
मऊगंज में जनता की रक्षक पुलिस दहशत में है. थानेदार को ही 'मूसा गैंग' से खौफ है. खौफ भी ऐसा की थाने के रोजनामचा में थानेदार को अपनी रिपोर्ट दर्ज करानी पड़ गई. थानेदार ने अपनी बेबसी बयां करते हुए धमकाने वाले एक-एक आरोपी का नाम दर्ज किया है. लेकिन आला अफसरों ने रिपोर्ट पर अमल करने की बजाय थानेदार को ही लाइन हाजिर कर मामले में जांच बैठा दी.
अक्सर सुर्खियों में रहने वाले नवगठित मऊगंज जिला में अब पुलिस सुरक्षित नहीं है. यह हम नहीं, बल्कि मऊगंज थाना पुलिस का रोजनामचा कहता है.
मऊगंज के थाना प्रभारी सनत कुमार द्विवेदी ने रोजनामचा में अपनी बेबसी बयां की है. थानेदार ने अपने थाने के रोजनामचा में लिखा है कि उन्हें कांग्रेस नेता और शातिर अपराधी से खतरा है. उनकी जान माल को कुछ होता है तो उसके जिम्मेदार यही लोग होंगे.
मामला 29 जनवरी का है. थाना प्रभारी सनत कुमार द्विवेदी की ओर से उप निरीक्षक भैया मन सिंह ने रोजनामचा रिपोर्ट डाली. जिसमें उन्होंने उल्लेख किया कि विपिन त्रिपाठी कथित कांग्रेसी नेता अपने 50 समर्थकों केडी साथ थाने आए और जमकर अभद्रता की.
रात 10 बजे विपिन त्रिपाठी, आशुतोष तिवारी, संतोष तिवारी, लल्लू पांडेय, अशोक चौरसिया सहित 40 से 50 लोग थाने में आए और उनके चेंबर में घुसकर अभद्रता की, गालियां दीं, अश्लील और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए धमकाया. सभी मारपीट करने में आमादा थे. पुलिस बल की कमी होने के चलते वह जबाव नहीं दे पाए.
फरियादी बने टीआई ने कहा, ''मैं परिवार के साथ अकेले रहता हूं. आरोपी शराब तस्करी से जुड़े हुए हैं. इनकी गैंग को 'मूसा गैंग' कहा जाता है. ये कभी भी उनकी दुर्घटना या हत्या करा सकते हैं. थाना स्टाफ उनसे डरा हुआ है. थाना प्रभारी ने पुलिस लाइन से बल बुलाया और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी. मौके पर एएसपी उपस्थित हुए और मामले को शांत कराया. यह पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में रिकॉर्ड है.
आईजी साकेत प्रकाश पांडे ने बताया कि थाना प्रभारी ने रोजनामचा में रिपोर्ट दर्ज की है. मामले की जांच कराई जा रही है. एएसपी मामले की जांच कर रहे हैं. प्रारंभिक जांच में कुछ त्रुटियां पाई गई हैं, इसलिए थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया गया है. दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.