
मध्यप्रदेश के पन्ना में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां 16 साल की नाबालिग बिन ब्याही मां बन गई और उसने एक बच्चे को जन्म दिया. हालत नाजुक होने की वजह से जच्चा और बच्चा को पन्ना जिला अस्पताल से रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. जानकारी लगने के बाद सिमरिया थाना पुलिस ने मामले में FIR दर्ज कर आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्ना आरती सिंह ने बताया, पन्ना जिले के सिमरिया थाना इलाके के एक गांव में किशोरी ने गुरुवार को एक बच्चा जन्मा. इस मामले की जानकारी लगने पर थाना प्रभारी द्वारा केस दर्ज कर लिया गया है. पीड़ित और उसके परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है.
इस संबंध में थाना प्रभारी अनिता कूदापे ने बताया कि आरोपी बरतला निवासी महेश चौधरी ने करीब नौ माह पहले बहला फुसलाकर नाबालिग पीड़िता का दुष्कर्म किया था. कुछ समय पहले वह गर्भवती हो गई थी. परिजन प्रसव के लिए नजदीकी अस्पताल में ले गए. जिसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन ने थाने को दी थी.
जिस पर थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता और पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया. इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे सलाखों के पीछे भेज दिया गया है.
क्या सजा हो सकती है-
नाबालिग के साथ बलात्कार के मामले में नया कानून बनाया गया है. लिहाजा, नाबालिग के साथ रेप की सजा को बढ़ाकर 20 साल तक कर दिया गया. यह आजीवन कारावास की सजा है. रेप के कानून में एक नया प्रावधान शामिल किया गया है जो परिभाषित करता है कि विरोध न करने का मतलब सहमति नहीं है.
कुछ इसी तरह का मामला प्रदेश के विदिशा से भी सामने आया था. जहां सौतेले भाई ने 13 साल की नाबालिग बहन के साथ एक माह तक दुष्कर्म किया. इस घटना के खुलासे के बाद महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई गई. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 40 साल के फुफेरे भाई को गिरफ्तार किया. काउंसलिग के दौरान पीड़िता ने बताया कि एक माह तक लगातार उसके साथ गलत काम हुआ.
7वीं क्लास में पढ़ने वाली पीड़िता ने बताया कि उसके माता-पिता नहीं है. बड़ी बहन की शादी होने के बाद भाई ने उसे पढ़ने के लिए सरकारी हॉस्टल में भेज दिया था. 2 माह पहले जब वह घर आई तो उसके बुआ के लड़के ने लगातार एक महीने तक दुष्कर्म किया. जब उसने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई. साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी गई. डर के मारने उसने किसी को कुछ नहीं बताया और फिर हॉस्टल चली गई.
एक दिन गर्ल्स हॉस्टल में रूटीन मेडिकल चेकअप हुआ. सभी लड़कियों के साथ इस नाबालिग ने भी जांच कराई तो वह 3 माह की प्रेग्नेंट निकली. हॉस्टल की वार्डन ने इसकी सूचना सीडब्ल्यूसी (बाल कल्याण समिति) को दी. टीम के सदस्यों ने नाबालिग की काउंसिलिंग की. तो पीड़िता ने आपबीती बताई. तुरंत ही इस घटना की सूचना पुलिस को दी और मामला दर्ज कराया.