
डॉ. भीमराव आंबेडकर को लेकर संसद में विपक्ष और एनडीए सांसदों के बीच टकराव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस सदस्यों के बीच हुए हंगामे के बाद शुक्रवार को मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई. शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सूचीबद्ध कार्य के बाद सदन की कार्यवाही बिना पारंपरिक राष्ट्रगान के स्थगित कर दी गई.
वरिष्ठ भाजपा विधायक और पूर्व अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने संसद परिसर में हाथापाई के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के 'अनुचित व्यवहार' का मुद्दा उठाया, जिसके बाद कांग्रेस और BJP दोनों के विधायकों ने हंगामा किया.
कांग्रेस सदस्यों ने BJP विधायकों से 'जय भीम' के नारे लगाने को कहा और डॉ. आंबेडकर का कथित रूप से अपमान करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की और नीला दुपट्टा पहनकर सदन के वेल में पहुंच गए.
बीजेपी सदस्यों ने लोकसभा में गांधी के व्यवहार की निंदा की और वे भी वेल में पहुंच गए. शोरगुल के बीच अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने पारंपरिक राष्ट्रगान के बिना सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी.
पत्रकारों से बात करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस विधायक भंवर सिंह शेखावत ने दावा किया कि विधानसभा के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि सदन को राष्ट्रगान के बिना अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया, क्योंकि बीजेपी को संविधान का कोई सम्मान नहीं है.
विपक्ष के उपनेता हेमंत कटारे ने कहा कि यह विधानसभा सचिवालय की गलती थी कि सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया. हालांकि, राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि सदन में राष्ट्रगान के लिए उचित व्यवस्था नहीं थी और ऐसी स्थिति में अध्यक्ष के लिए इसे संचालित करना संभव नहीं था.