
मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में चिटफंड कंपनी (chit fund company) के जरिए करोड़ों रुपये के बड़े फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. पिछले चार वर्षों में 2,000 से अधिक लोगों को जल्द अमीर बनने का लालच देकर बड़ी राशि जमा कराई गई थी. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उनके अन्य साथी अभी फरार हैं. जांच के दौरान पुलिस ने 2 करोड़ 40 लाख रुपये से अधिक की चल और अचल संपत्ति जब्त की है.
जानकारी के अनुसार, पुलिस का कहना है क विदिशा में चिटफंड कंपनी बेतवा आंचल इंडिया निधि लिमिटेड पिछले 4 साल से लोगों को चूना लगा रही थी. 300 से ज्यादा लोगों ने थाने में इस मामले की शिकायत की. इसके बाद जांच में मामला सामने आया.
दरअसल, साल 2020 में भिंड में एजेंट बनकर काम सीखने वाले विदिशा के युवक ने विदिशा में अपने साथियों के साथ खुद की कंपनी शुरू की थी, जिसका नाम बेतवा आंचल इंडिया निधि लिमिटेड रखा.
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इसके बाद ये लोग आम लोगों से मिलकर उन्हें जल्द अमीर बनने का लालच देते थे, उनसे कहते थे कि उनका पैसा डबल हो जाएगा. विदिशा सहित आसपास के पांच जिलों में बीते 4 साल में हजारों लोगों से आरोपियों ने करोड़ों रुपये जमा करवा लिए.
ये लोग इतने चालाक थे कि बड़े-बड़े होटल में पार्टियां करते थे और दो-दो लाख रुपये के महंगे गिफ्ट लोगों को देते थे. ये सब देखकर लोग इनके झांसे में आ जाते थे.
पुलिस का कहना है कि इस फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड का मुख्य आरोपी निलेश राजपूत और उसका साथी महेंद्र सराठे पहले भिंड में किसी कंपनी में एजेंट के तौर पर काम करते थे. साल 2020 में उन्होंने विदिशा में बेतवा आंचल चिटफंड कंपनी शुरू की. विदिशा के अलावा सागर, भोपाल, रायसेन, अशोक नगर में नेटवर्क बढ़ा लिया.
इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य अभी फरार हैं. पुलिस ने इन सभी की चल-अचल संपत्ति को जब्त कर लिया है. इनका ये पूरा नेटवर्क पांच जिलों में फैला था. आरोपियों की गाड़ी, हार्वेस्टर, जेसीबी मशीन सहित 2 करोड़ 40 लाख से ऊपर की चल-अचल संपत्ति जब्त की गई है.