
Mid day meal: मंत्री महोदय स्कूली बच्चों के साथ मध्याह्न भोजन (Mid Day Meal) करने के लिए बैठ गए थे, लेकिन जैसे ही उन्होंने सब्जी की बाल्टी में आलू लेने के लिए चमचा घुमाया तो, चमचा बिना आलू लिए ही वापस आ गया. मंत्री लगातार आलू की बाल्टी में से आलू निकालने का प्रयास करते रहे, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. इसके बाद मंत्री ने चुपचाप भोजन करना शुरू कर दिया. हालांकि, उन्होंने मौके पर से जिला पंचायत सीईओ को मिड-डे मील की गुणवत्ता को लेकर निर्देश भी दिए.
दरअसल, मोहन सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बारिश की वजह से हुए जल भराव का जायजा लेने के लिए डीआरपी लाइन में पहुंचे थे. यहां ऊर्जा मंत्री पीएमश्री स्कूल में पहुंच गए. जिस वक्त मंत्री स्कूल में पहुंचे, उस वक्त बच्चों को मिड डे मील दिया जा रहा था. यह देखकर मंत्री भी भोजन करने के लिए अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठ गए.
सब्जी में कहीं आलू नजर नहीं आए
मंत्री महोदय को थाली परोसी गई. सामने आलू की सब्जी की बाल्टी भी रख दी गई. मंत्री ने जैसे ही सब्जी की बाल्टी में चमचा डालकर आलू लेने का प्रयास किया तो, उन्हें बाल्टी में कहीं आलू नजर नहीं आए. मंत्री जी बार-बार प्रयास करते रहे, लेकिन आलू की सब्जी में से आलू नहीं खोज सके. इसके बाद मंत्री जी ने रोटी ली और खाना शुरू कर दिया.
इसके साथ ही जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार को फोन भी लगवा दिया. खाना खाते हुए ऊर्जा मंत्री ने जिला पंचायत सीईओ से बच्चों को मिलने वाले मिड डे मील की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए और फिर ऊर्जा मंत्री वहां से निकल गए.
मीडिया के सामने कुछ नहीं बोले
इस मामले में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने तो इस बारे में मीडिया के कैमरे के सामने कुछ भी नहीं बोला, लेकिन जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार ने आजतक से फोन पर हुई बातचीत में इस बात को स्वीकार किया कि ऊर्जा मंत्री शहर की डीआरपी लाइन में पीएमश्री स्कूल में पहुंचे थे और यहां उन्होंने फोन लगाकर मिड डे मील की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए थे.
CEO ने जांच के लिए बनाई टीम
सीईओ विवेक कुमार ने बताया कि उनकी मंत्री जी से दो बार बात हुई थी. मंत्री ने दाल की गुणवत्ता सही करने की बात कही थी. सीईओ ने इस पूरे मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन भी कर दिया है. यह टीम स्कूल पहुंचकर मिड डे मील की गुणवत्ता की जांच करेगी और गुरुवार को हुए घटनाक्रम की भी पूरी जानकारी जुटाएगी. जांच रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में कार्रवाई भी की जाएगी.