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MP: खरगोन हिंसा के 34 दिन बाद शासन ने किया डीएम-एसपी और एएसपी का फेरबदल

मध्य प्रदेश में खरगोन हिंसा (Khargone violence) के 34 दिन के बाद प्रदेश सरकार ने जिले में प्रशासनिक फेरबदल किया है. सरकार ने जिले के डीएम, एसपी और एडिशनल एसपी को बदल दिया है. इस संबंध में बीते दिनों खरगोन सांसद और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की थी.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान. (File Photo) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान. (File Photo)
उमेश रेवलिया
  • खरगोन,
  • 14 मई 2022,
  • अपडेटेड 11:12 PM IST
  • खरगोन के नए डीएम होंगे रतलाम कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम
  • खरगोन सांसद और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने CM से की थी मांग

मध्य प्रदेश के खरगोन जिले ((MP Khargone) में रामनवमी शोभायात्रा के दौरान भड़की हिंसा (Khargone violence) के 34 दिन बाद मध्य प्रदेश शासन ने DM अनुग्रहा पी, SP सिद्धार्थ चौधरी और ASP डॉक्टर नीरज चौरसिया को हटा दिया है. रतलाम में पदस्थ डीएम कुमार पुरुषोत्तम अब खरगोन के नए डीएम होंगे. वहीं सतना एसपी धर्मवीर सिंह और एएसपी मनीष खत्री की खरगोन में पदस्थापना की जा रही है.

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बता दें कि रामनवमी शोभायात्रा के दौरान एसपी और एएसपी द्वारा पहले से कोई तैयारी नहीं की गई थी. हिंसा के बाद खरगोन सांसद गजेंद्र पटेल और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्याम महाजन ने मुख्यमंत्री से मिलकर कलेक्टर एसपी और एडिशनल एसपी को हटाने की मांग की थी. खरगोन में 10 अप्रैल को रामनवमी जुलूस के दौरान भड़की हिंसा के 34 दिन बाद मध्यप्रदेश शासन ने प्रशासनिक फेरबदल किया है.

शासन ने खरगोन में इन्हें किया तैनात

कलेक्टर अनुग्रह पी के स्थान पर रतलाम में पदस्थ कुमार पुरुषोत्तम पदभार ग्रहण करेंगे. अनुग्रहा पी को विशेष आयुक्त नई दिल्ली भेजा गया है. खरगोन एसपी सिद्धार्थ चौधरी के स्थान पर सतना एसपी धर्मवीरसिंह को खरगोन का एसपी बनाया गया है. एडिशनल एसपी डॉ. नीरज चौरसिया के स्थान पर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ इंदौर मनीष खत्री को खरगोन का एएसपी बनाया गया है. डॉ. चौरसिया को सहायक पुलिस महानिरीक्षक मुख्यालय भोपाल भेजा है. वहीं एसपी सिद्धार्थ चौधरी को सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय भोपाल भेजा गया है.

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मध्य प्रदेश: खरगोन हिंसा के दौरान एसपी को गोली मारने वाला मोहसिन गिरफ्तार

10 अप्रैल को रामनवमी जुलूस के दौरान पथराव और आगजनी के बाद हुई हिंसा के मामले में एसपी सिद्धार्थ चौधरी गोली लगने से घायल हुए थे. हिंसा के बाद खुफिया रिपोर्ट फेल होने और पुलिस की लापरवाही का मामला उजागर हुआ था. मामले को लेकर खरगोन सांसद गजेंद्र पटेल और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष श्याम महाजन ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर कलेक्टर अनुग्रहा पी, एसपी सिद्धार्थ चौधरी और एएसपी डॉ. नीरज चौरसिया को खरगोन से हटाने की मांग की थी. 

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