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एमपी में बीजेपी को एक और झटका, सिंधिया के करीबी राकेश गुप्ता आज कांग्रेस में होंगे शामिल 

मध्य प्रदेश में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी राकेश गुप्ता आज बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होंगे. राकेश गुप्ता सिंधिया के साथ ही बीजेपी में शामिल हुए थे. हाल ही में सिंधिया के करीबी माने जाने वाले बैजनाथ यादव कांग्रेस में शामिल हुए थे.

सिंधिया के साथ बैठे हुए राकेश गुप्ता (फाइल फोटो) सिंधिया के साथ बैठे हुए राकेश गुप्ता (फाइल फोटो)
हेमेंद्र शर्मा
  • भोपाल,
  • 26 जून 2023,
  • अपडेटेड 11:37 AM IST

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक नेताओं के बीजेपी छोड़ने का सिलसिला जारी है. शिवपुरी में सिंधिया के समर्थक माने जाने वाले राकेश गुप्ता ने बीजेपी छोड़ दी है. आज वह एमपी कांग्रेस चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ की मौजूदगी में पार्टी में शामिल होंगे. 

सिंधिया के करीबी रहे राकेश गुप्ता कांग्रेस में शामिल होने के लिए शिवपुरी से सैकड़ें गाड़ियां लेकर भोपाल के लिए निकल चुके हैं. गुप्ता अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पार्टी में शामिल होंगे. इस दौरान पूर्व सीएम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में 'हाथ' का दामन थामेंगे. 

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हाल ही में बैजनाथ ने छोड़ी बीजेपी 

राकेश गुप्ता एक प्रमुख कांग्रेस परिवार से आते हैं और मार्च 2020 में सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे. इससे पहले सिंधिया के एक और करीबी बैजनाथ यादव ने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा था. वह भी अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भोपाल में कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए थे. इन नेताओं का बीजेपी से मोह भंग ऐसे समय में हो रहा है, जब मध्य प्रदेश में चुनाव नजदीक आ रहे हैं.  

एमपी में इसी साल होने हैं चुनाव   

मध्यप्रदेश में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होना है. बीजेपी जहां सत्ता को बरकरार रखने में जुटी है, तो वहीं कांग्रेस उसे सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने की कोशिश में लगी है. इससे पहले राज्य में 2018 में विधानसभा चुनाव हुए थे. तब कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. कांग्रेस ने राज्य में सरकार भी बनाई थी. हालांकि, 2020 में सिंधिया के साथ तमाम विधायकों ने कांग्रेस से बगावत कर दी, जिसकी वजह से कमलनाथ की सरकार गिर गई थी. जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर मुख्यमंत्री की शपथ ली थी. वहीं सिंधिया समर्थक कई विधायकों को मंत्री बनाया गया था, जबकि सिंधिया को केंद्रीय मंत्री बनाया गया था. 

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