
मुंबई की सूफी सिंगर समरजीत सिंह रंधावा को मध्य प्रदेश में अपने वाहन में डीजल भराना महंगा पड़ गया. मिलावट का शिकार हुई सूफी सिंगर ने पेट्रोल पंप संचालक के खिलाफ बीनागंज पुलिस चौकी (गुना जिला) में FIR दर्ज कराई है.
समरजीत सिंह रंधावा उत्तरप्रदेश के कानपुर की निवासी हैं. सूफी और पंजाबी सिंगर के रूप में चर्चित समरजीत सिंह रंधावा मुंबई से कानपुर जाने के लिए अपनी बेटी के साथ निकली थीं. इसी बीच, मध्य प्रदेश के गुना जिले स्थित राधाकृष्ण फिलिंग स्टेशन पंप से डीजल भरवाया तो उनकी कार में खराबी आ गई. आरोप है कि पेट्रोल पंप पर ड्यूटी करने वाले कर्मचारी शराब के नशे में थे.
समरजीत के अनुसार, सुनसान इलाके में वाहन के जाम होते ही वे और उनकी बेटी घबरा गईं. उन्होंने कार की एजेंसी से संपर्क किया और वाहन के जाम होने के बारे में पूछा तो इंजीनियर ने वाहन में डीजल की जगह पानी होने की बात कही.
सिंगर ने बताया कि सबसे पहले रात में उन्होंने सुरक्षित स्थान पर आसरा लिया फिर पुलिस को फोन पर कॉल किया. जब मदद के लिए पुलिस पहुंची तो वापस पेट्रोल पंप लौटकर कर्मचारियों से वाहन में से डीजल निकालकर चेक करने को कहा.
टैंक में से जब डीजल निकाला गया तो उसमें पानी था. इसकी सूचना पंप के मालिक संतोष मीना को दी गई. तीन घंटे बाद मीना अपने पंप पर आए और यह कहकर माफी मांगी कि बारिश का पानी डीजल टैंक में चला गया होगा. लेकिन कुछ देर बाद संतोष मीना मौके से भाग गए.
समरजीत रंधावा ने कहा कि जब सुबह वह चांचौड़ा पुलिस थाने पहुंचीं तो वहां कुछ लोगों ने समझौता करने का दबाब डाला. पेट्रोल पंप के मैनेजर दीपक ने वाहन के ठीक होने पर पूरा खर्चा स्वयं वहन करने की बात कही, लेकिन बाद में आनाकानी करने लगा.
मशहूर सूफी गायिका समरजीत सिंह ने पेट्रोल पंप के मालिक संतोष मीना और स्टाफ के खिलाफ शिकायत की. जिसके बाद FIR दर्ज की गई . समरजीत ने बताया कि NH–46 खटकिया स्थित राधाकृष्ण पेट्रोल पंप पर उन्होंने अपने वाहन में डीजल भरवाया था. लेकिन पंप के स्टाफ ने डीजल के साथ-साथ डीजल जैसा कुछ पानी भी वाहन के टैंक में डाल दिया.
डीजल भरवाने के बाद जैसे ही वाहन को स्टार्ट किया तभी महज 500 मीटर दूरी तक चलकर वाहन बंद हो गया. जब इसकी शिकायत की गई तो खराबी को सुधरवाने के लिए पेट्रोल पंप मालिक ने शुरू में तो सहमति दे दी, लेकिन बाद में मुकर गया.
पीड़ित सूफी गायिका जैसे तैसे अपने वाहन को लेकर खटकिया से गुना पहुंचीं. 20 घंटे तक मानसिक प्रताड़ना झेलने के बाद बड़ी मुश्किल से वाहन ठीक हो पाया. इस मामले में राधाकृष्ण फिलिंग स्टेशन के खिलाफ शिकायत के बाद सीलिंग की कार्रवाई की गई है. कलेक्टर के आदेश पर खाद्य आपूर्ति विभाग ने कार्रवाई की है.