
संभवतः मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार किसी अपराध में पुलिसकर्मियों का नार्को-ब्रेन मैपिंग ओर पालीग्राफ टेस्ट होगा. अलीराजपुर पुलिस की फरियाद पर जिले की एक अदालत ने सोंडवा सिक्का चोरी कांड के आरोपी इंस्पेक्टर विजय देवड़ा सहित चारों आरोपी पुलिसकर्मियों का नार्को-ब्रेन मैपिंग ओर पालीग्राफ टेस्ट करवाने के आदेश दिए हैं.
अब इसके लिए एक बजट की आवश्यकता होगी जो वरिष्ठ कार्यालय से अलीराजपुर पुलिस ने मांगा है. करीब साढ़े 6 लाख का बजट इन चार पुलिसकर्मियों के इन तकनीकी टेस्ट में होगा. बजट मिलने के बाद यह टेस्ट की प्रक्रिया की जाएगी.
दरअसल, नार्को- ब्रेन मैपिंग और पॉलीग्राफ टेस्ट की जरूरत पुलिस को इसलिए पड़ रही है, क्योंकि अपराध के आरोप लगने के 36 दिनों बाद आरोपी इंस्पेक्टर विजय देवड़ा और तीन सिपाहियों की गिरफ्तारी हुई थी. लेकिन गिरफ्तारी के 8 दिन गुजरने के बावजूद पुलिस इन आरोपी पुलिसकर्मियों से चोरी गये सिक्कों की बरामदगी नहीं कर पाई. बता दें कि चोरी गए सिक्कों की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में करीब 7 करोड़ रुपए आंकी गई है.
हालांकि, चारों आरोपी पुलिसकर्मी अभी 8 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर हैं. लेकिन चूंकि पुलिसकर्मी शातिर हैं और पुलिस के सारे हथकंडे जानते हैं, इसलिए जांच टीम को अंदेशा है कि यह पुलिस रिमांड में कुछ नहीं बताएंगे. इसलिए अब तकनीकी जांच पर जाना होगा.
पुलिस ने अब फरियाद लगाकर कोर्ट से नार्को-ब्रेन मैपिंग और पॉलीग्राफ टेस्ट की अनुमति ली है. एसपी अलीराजपुर राजेश व्यास कहते हैं कि हम नार्को-ब्रेन मैपिंग और पॉलीग्राफ टेस्ट के जरिए जांच को आगे बढ़ाएंगे.
गौरतलब है कि अलीराजपुर जिले की सोंडवा थाने के टीआई विजय देवड़ा और तीन कांस्टेबल पर सोने के 240 सिक्के (ब्रिटिशकालीन) चोरी करने का आरोप है. इस मामलों में थाना प्रभारी समेत चारों पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया था. मामले की जांच एसआईटी कर रही है.
सोने के सिक्के चुराने का क्या है पूरा मामला ?
अलीराजपुर जिले के बैजड़ा गांव की फरियादी रमकुबाई के आसपास यह पूरी कहानी घूमती है. पेशे से मजदूर रमकुबाई को नवसारी इलाके स्थित बेलीमोरा गांव में एक पुराने मकान को गिराने के दौरान 240 सोने के सिक्के मिले थे. वह अपने परिवार के संग इन सिक्कों को लेकर अपने गांव बैजडा आ गई थी और फिर उसने सिक्के घर की कच्ची जमीन में गाड़ दिए थे.
सिविल ड्रेस जाकर सिक्के चुरा लाए पुलिसवाले
इसी बीच, एक दिन सोंडवा थाने के टीआई विजय देवड़ा और कांस्टेबल राकेश, वीरेंद्र, सुरेंद्र सिविल ड्रेस में रमकुबाई के घर जा धमके और बदसलूकी करने लगे. आरोप है कि परिवार के सदस्यों से मारपीट कर पुलिसवाले सोने के सभी सिक्के समेटकर चले गए थे. इस मामले में 20 जुलाई को पुलिस से शिकायत की गई और 21 जुलाई को पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. बीते दिनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया. लेकिन उनसे सोने के सिक्के नहीं मिले.
एक सिक्के का वजन 7 ग्राम से ज्यादा
सिक्के का वजन 7.08 ग्राम निकला है और सिक्के पर ब्रिटिश किंग जार्ज पंचम का चित्र अंकित है. SIT को उम्मीद है कि सभी सिक्के इसी श्रेणी के होने के आसार हैं. एसआईटी प्रमुख एस एस सेंगर का कहना है कि हम दो दिशाओं में जांच कर रहे हैं.
मुख्य बिंदु:-
- अलीराजपुर की अदालत ने दिया निलंबित आरोपी टीआई और 3 कांस्टेबल के नार्को टेस्ट- ब्रेन मैपिंग टेस्ट और पॉलीग्राफ टेस्ट करने के आदेश
- 8 सितंबर तक पुलिस रिमांड में है चारों आरोपी पुलिसकर्मी
- 26 जुलाई को हुई थी चारों आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी, लेकिन 8 दिन की पूछताछ के बावजूद अब तक कोई रिकवरी नहीं
- चारों आरोपी पुलिसकर्मियों पर एक आदिवासी महिला को धमकाकर 240 ब्रिटिश कालीन सोने के सिक्के चुराने का है आरोप
- भारतीय बाजार में एक करोड़ तो एंटीक हैरीटेज मार्केट में 7 करोड़ रुपए के सिक्के होने का अनुमान
- 1922 में जार्ज पंचम की तस्वीर के साथ ब्रिटिश टकसाल में छपे थे लिमिटेड एडिशन सिक्के
- एक सिक्के की बरामदगी से पीड़िता के घर से होने के बाद चोरी गये सिक्कों की वैल्यू हुई थी तय