
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे के विकास के लिए मध्य प्रदेश को 14,700 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है. रेल मंत्री ने मुरैना जिले के जौरा से कैलारस तक ट्रेन सेवा को वर्चुअली हरी झंडी दिखाते समय यह जानकारी दी. इस रूट को नैरो गेज से ब्रॉड गेज में परिवर्तित किया गया है. केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र तोमर ने भी जौरा स्टेशन से ट्रेन के रवाना होने पर हरी झंडी दिखाई.
वैष्णव ने कार्यक्रम में अपने वर्चुअल संबोधन में कहा, मध्य प्रदेश में रेलवे के विकास के लिए 14700 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. अभी मध्य प्रदेश में 5 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं. पिछले 10 वर्षों में मध्य प्रदेश में 222 किलोमीटर नई रेल लाइनें, 1200 किलोमीटर मल्टी-ट्रैकिंग और 707 किलोमीटर गेज परिवर्तन का काम पूरा हो चुका है.
रेल मंत्री ने बताया कि ग्वालियर-श्योपुरकलां (188 किमी) नैरोगेज ट्रैक को 2355 करोड़ रुपये की लागत से ब्रॉड गेज में बदला जा रहा है. जौरा से कैलारस के बीच 61 किलोमीटर के मार्ग को परिवर्तित किया गया है. गेज परिवर्तन का काम जुलाई 2025 तक पूरा हो जाएगा.
वैष्णव ने कहा कि गेज परिवर्तन परियोजना से मुरैना के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा, औद्योगिक विकास में तेजी आएगी, रोजगार पैदा होंगे और परिवहन लागत और समय में कमी आएगी.
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कनेक्टिविटी में सुधार के साथ-साथ आपदा प्रबंधन और परियोजना निगरानी के लिए ड्रोन और जीपीएस ट्रैकर्स का उपयोग किया जा रहा है. इसके अलावा, यात्री सेवाओं के साथ-साथ ग्वालियर और खजुराहो स्टेशनों का भी पुनर्विकास किया जा रहा है.