
मध्य प्रदेश के पेंच टाइगर रिजर्व में एक आदमखोर बाघ की तलाश पिछले तीन दिनों से चल रही है. इस खोज अभियान में 100 लोगों की टीम, तीन हाथी और ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं. वन विभाग का कहना है कि बाघ जंगल में लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है, जिससे उसे पकड़ना चुनौती बन गया है.
बताया जा रहा है कि 29 नवंबर को बाघ ने जंगल में मवेशी चराने गए 20 वर्षीय युवक पर हमला कर उसकी जान ले ली थी. युवक का सिर धड़ से अलग कर दिया गया था. घटना के बाद से ही आसपास के इलाकों में लोग दहशत में है और बाघ की मूवमेंट को आबादी के पास देखा गया है.
आदमखोर बाघ का रेस्क्यू ऑपरेशन बना चुनौती
पेंच टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर रजनीश सिंह ने बताया कि बाघ को पकड़ने के लिए कान्हा से आए एक्सपर्ट्स भी इस ऑपरेशन में शामिल हैं. बाघ जंगल को अच्छी तरह से जानता है, इसलिए उसे ट्रेस करना मुश्किल हो रहा है. ड्रोन कैमरों में कई बार बाघ दिखा, लेकिन टीम के पहुंचने से पहले ही वह इलाका बदल लेता है.
इलाके में बाघ की मौजूदगी से लोगों में खौफ का माहौल
इलाके में बाघ होने की वजह से लोगों की जान खतरे में है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि स्थानीय लोग बाघ को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसलिए जल्द से जल्द बाघ को सुरक्षित रेस्क्यू करने की कोशिश की जा रही है. रजनीश सिंह का कहना है कि टीम को जल्द सफलता मिलने की उम्मीद है.