
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिक के चौहान शुक्रवार को जिले के भेरूंदा के कोसमी में विकसित भारत संकल्प यात्रा में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने यात्रा में शामिल जनता को संबोधित करते हुए बड़ा बयान दे दिया. उन्होंने कहा कि आपसे किए हुए वादे निभाने के लिए अगर अपनी सरकार से भी लड़ना पड़ा, तो उसके लिए भी कार्तिकेय तैयार है.
मैं नेता नही हूं. मेरा राजनीति में आने का कोई मन नहीं है. पापा नहीं मैं आपसे वोट मांगने आया था. आपसे किए हुए वादे पूरे करने के लिए अगर मुझे सरकार से भी लड़ना पड़ा, तो उसके लिए भी कार्तिकेय पीछे नहीं हटेगा. हालांकि, इसकी नौबत नहीं आएगी. सरकार अपनी है, सभी वादे पूरे होंगे.
भेरूंदा के विकसित भारत संकल्प यात्रा के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद रहे. वहां कार्तिकेय चौहान के द्वारा हितग्राहियों को हित लाभ का वितरण भी किया गया. वहां, जनता को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे कार्तिक के चौहान ने वादे पूरे नहीं होने पर अपनी पार्टी के खिलाफ उतरने की बात भी कह दी.
कार्तिकेय चौहान ने कहा कि मैं नेता नही हूं. मेरा राजनीति में आने का कोई मन नहीं है. इसके बाद भी आप लोग मुझे इज्जत सम्मान देते हैं. इसलिए कुर्ता पहनकर आपके बीच आया हूं. वोट मांगने मैं आया था. पिताजी अब मुख्यमंत्री नहीं हैं और मैं आपके बीच नहीं आऊंगा, तो मैं रात को चैन की नींद नहीं सो सकूंगा.
कई राज्यों में सरकार बदली, यहां 20 साल से सत्ता में है भाजपा
कार्तिकेय चौहान ने कहा कि आपके भैया शिवराज ने इस चुनाव में इतनी मेहनत की, जो किसी के लिए भी संभव नहीं है. आपको गर्व होना चाहिए हमारे बीच के व्यक्ति ने 20 साल की सरकार के बाद फिर से सरकार बनाई है. राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना सहित कई सारे राज्यों में चुनाव हुए. सारे राज्यों में सरकार पलट गई. सरकार गिर गई. कहीं कांग्रेस, तो कहीं कोई सरकार आई. मगर, मध्य प्रदेश केवल एक ऐसा राज्य था, जहां 20 साल की सत्ता के बाद सरकार लौटने के साथ ही प्रचंड बहुमत से आई है.
2023 में हिसाब पूरा करके किया वापस
कार्तिकेय चौहान ने कहा कि पिछले चुनाव में 15 साल सरकार को हो गए थे. उसके बाद भी आपके भैया ने इतनी कांटे की टक्कर दी थी. कुछ ही सीटों से हम रह गए थे. छोटी सी कसक रह गई और हम सरकार नहीं बना पाए. कांग्रेस की सरकार बन गई, लेकिन कुछ समय बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई और हमारी सरकार आई, तो पार्टी और शीर्ष नेतृत्व ने फैसला करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज जी को चुना.
सरकार बना नहीं पाए थे, लेकिन पार्टी ने मौका देते हुए शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री बनाया. मन में एक बात रह गई थी कि सरकार नहीं बना पाए फिर भी मुख्यमंत्री बनाया. अब 2020 का हिसाब 2023 के चुनाव में पूरा करके वापस कर दिया. प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई है.