
देश की धरती पर 70 साल बाद वापस लौटे चीतों के नए घर श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में अब चीतल का कुनबा बढ़ाने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए कूनो में चीतल प्रजनन केंद्र बनाया जाएगा. यही वजह है कि इसको लेकर कूनो पार्क प्रबंधन ने कूनो के जंगल में चीतल का बाड़ा बनाने का प्रस्ताव भेजा है. इस बाड़े में नर और मादा चीतलों को एक साथ रखा जाएगा, ताकि वंशवृद्धि के बाद बाड़े में जैसे-जैसे संख्या बढ़ती जाएगी, चीतलों को पार्क के खुले जंगल में छोड़ा जाएगा.
कूनो में बसाए जा रहे अफ्रीकी चीतों का भोजन चीतल है. हालांकि कूनो नेशनल पार्क में चीतल की संख्या अच्छी खासी है, लेकिन भविष्य के लिहाज से यहां चीतलों की संख्या और बढ़ाने की योजना है, ताकि चीतलों के शिकार के बाद भी यहां संख्या में कमी न हो और बेहतर पारिस्थितिकी तंत्र बना रहे. यही वजह है कि पार्क में एक बाड़ा बनाना प्रस्तावित किया गया है, जिसे चीतल प्रजनन बनाया जाएगा. बताया है कि पार्क प्रबंधन ने शासनस्तर पर ये प्रस्ताव भेजा है, जिसे जल्द मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी.
करीब 4 करोड़ होंगे खर्च
कूनो पार्क में प्रस्तावित किया गया चीतल का बाड़ा लगभग 50 हेक्टेयर के रकबे में तैयार किया जाएगा. जिस पर लगभग 4 करोड़ रुपए की लागत आएगी. इस बाड़े में भी उसी तरह की फैंसिंग होगी, जिस तरह की चीतों के बाड़े में हुई है. बताया गया है कि इस बाड़े में एक बार में लगभग 50 चीतल रखे जा सकेंगे. इसमें वंशवृद्धि के बाद चीतल बाहर छोड़े जाएंगे और फिर नए चीतल रखे जाएंगे.
कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा ने Aajtak को फोन कॉल पर चर्चा करते हुए बताया, कूनो पार्क में चीतलो की वंशवृद्धि के लिहाज से 50 हैक्टेयर का एक बाड़ा बनाया जाएगा, जिसके लिए प्रस्ताव भेजा गया है. इस पर लगभग 4 करोड़ रुपए की लागत आएगी.
यहां अभी 18 हजार से ज्यादा चीतल मौजूद
कूनो नेशनल पार्क का बेहतर जंगल होने के कारण कई प्रजातियों के वन्यजीव यहां मौजूद हैं. इसमें चीतलों की संख्या ही 18 हजार से ज्यादा है. यही नहीं, चीता प्रोजेक्ट के मद्देनजर पिछले महीनों में लगभग एक हजार से अधिक चीतल पेंच और सतपुड़ा भी लाए जा चुके हैं. बावजूद इसके भविष्य के मद्देनजर यहां चीतल का प्रजनन केंद्र भी बनाने का प्रस्ताव बनाया गया है.