
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है. इसी की साक्षी बनने के लिए मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखने वाली शबनम शेख मुंबई से अयोध्या के लिए पैदल निकल पड़ी हैं. हिजाब पहने और बजरंगबली की ध्वज लेकर चल रही शबनम शेख एमपी के सीहोर-भोपाल हाइवे से होकर गुजरीं. 'जय श्री राम' के नारे लगाते हुए शबनम अपने साथियों के साथ आगे रवाना हुईं. शबनम ने कहा कि राम जी सबके हैं. वह 17 दिन से पैदल चल रही हैं. 37 किलोमीटर रोज यात्रा करती हैं. बिना किसी दिक्कत के सफर पूरा होता जा रहा है...
कड़ाके की ठंड में राम जी का नाम लेकर आगे बढ़ रहे
शबनम शेख ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि राम जी को हम बचपन से मानते हैं. हम मुस्लिम परिवार से हैं लेकिन हम सभी की रिस्पेक्ट करते हैं. अयोध्या जाने को लेकर इतना उत्साह है कि हम इतनी कड़ाके की ठंड में राम जी का नाम लेकर आगे बढ़ रहे हैं. बहुत जोश हमारे अंदर है. सफर करते हुए आज 17 दिन हो चुके हैं. हम अयोध्या पहुंचेंगे और राम जी के दर्शन करके ही वापिस लौटेंगे.
राम जी सबके, यह नए भारत की तस्वीर
शबनम शेख ने संदेश देते हुए कहा कि राम जी सबके हैं और राम धुन शबनम शेख में नहीं, मौलानाओं में भी आ रहा है. राम भक्ति में लीन मौलाना भी हो रहे और यह नए भारत की तस्वीर है.
बचपन से हिंदू इलाके में रही
शबनम ने बताया कि बीकॉम फर्स्ट ईयर में पढ़ रही हूं. मैं बचपन से हिंदू इलाके में रही हूं. जैसा देश-वैसा भेष. मेरे अंदर सभी गुण हैं. बोलचाल, रहन-सहन हिंदुओं जैसा है, क्योंकि मैं बचपन से उनके साथ रही हूं.
महिलाओं को टॉर्चर करने वालो को जेल में डाले प्रशासन
अयोध्या के निकलीं शबनम इस बात से दुखी हैं कि सोशल मीडिया पर उनकी यात्रा का विरोध देखने को मिला है. लोग चरित्र पर उंगली उठा रहे हैं. गलत चीजें बोल रहे हैं.
हालांकि, इस पर शबनम ने कहा, मुझे इससे कोई फर्क नही पड़ता. प्रशासन से अपील है कि ऐसे लोग जो महिलाओं को टॉर्चर कर रहे हैं, उन्हें जेल में डालना चाहिए. मुझे यात्रा में बहुत अच्छा लग रहा है. मेरे दोनों साथी बहुत ही ध्यान रखते हैं.