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MP में भंडारा तो राजस्थान में शादी का खाना खाने से 400 लोग बीमार, स्कूल-आंगनबाड़ियों को बनाया अस्थायी अस्पताल

मध्य प्रदेश के शिवपुरी और राजस्थान के उदयपुर में 400 से ज्यादा से लोग फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए. दोनों ही जगह करीब 60-60 बीमारों को सिविल और जिला अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है.

(प्रतीकात्मक तस्वीर) (प्रतीकात्मक तस्वीर)
सतीश शर्मा
  • उदयपुर/राजस्थान ,
  • 04 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 10:11 AM IST

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में आयोजित भंडारा का खाना खाने से 200 लोग उल्टी-दस्त का शिकार हो गए. 50 बीमारों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल हालात काबू में हैं.  

दरअसल, बीते शनिवार को गांव में भंडारा किया गया था और तीन गांव के लोगों ने भंडारे में खाना खाया. वहीं जो भोजन बच गया, उसे दूसरे दिन गांव के लोगों ने खाया और घर भी ले गए.

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इस बासे खाने से देर रात 2 बजे के लगभग लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी. सूचना पर से स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव पहुंच लोगों के इलाज में जुट गई हैं.

50 गंभीर मरीजों को इलाज के लिए करैरा सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसके अलावा, दूसरे हल्के बीमार मरीजों को गांव के ही स्कूल और आंगनवाड़ियों में स्वास्थ्य विभाग की टीम की निगरानी में रखा गया है.    

वहीं, कुछ इसी तरह का मामला राजस्थान के उदयपुर से सामने आया है. यहां एक सामूहिक विवाह में भोजन के बाद 200 से ज्यादा से लोगों की तबीयत बिगड़ गई. एमबी अस्पताल में में कुल 57 मरीजों को भर्ती किया गया था, जहां लगातार उनकी हालत में सुधार है. 

प्राथमिक तौर पर मिल्क प्रोडक्ट में कंटामिशन होने की बात कही जा रही है. वहीं, विवाह स्थल से खिचड़ी, कलाकंद और पनीर की सब्जी के सैंपल लिए गए हैं, जिनकी रिपोर्ट आना बाकी है.

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दरअसल, बसंत पंचमी के दिन मुखर्जी चौक पर तैलिक-साहू समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन हुआ था. दोपहर में भोजन के बाद कई लोगों को उल्टी-दस्त की दिक्कत होने लगी. इसके बाद बीमार लोगों की संख्या को देखते हुए उन्हें एमबी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. समारोह में कलाकंद (मावा) खाने के बाद तबीयत ज्यादा बिगड़ी थी. 

एमबी अस्पताल अधीक्षक डॉ आरएल सुमन ने बताया कि  भर्ती हुए लोगों की हालत में लगातार सुधार हो रहा है. प्राथमिक तौर पर मामला फ़ूड पॉइजनिंग का नजर आता है. एक बच्ची को पहले दिन आईसीयू में भर्ती किया था, अब नॉर्मल होने पर उसे वार्ड में शिफ्ट करवा दिया है. भर्ती हुए मरीजों में 95% मरीजों को एक-एक कर छुट्टी दी जा रही है. डॉक्टर्स की एक टीम फ़ूड पॉइजनिंग के ठीक मरीजों से भी फॉलोअप ले रही है.

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