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'मेरा शादी का कोई संकल्प ही नहीं...' धीरेंद्र शास्त्री से विवाह की बात पर बोलीं शिवरंजनी

शिवरंजनी तिवारी बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मिलने के लिए छतरपुर पहुंच चुकी हैं. वहीं, धीरेंद्र शास्त्री 5 दिन के अज्ञातवास पर हैं. शिवरंजनी के बारे में कहा जा रहा है उनकी इच्छा धीरेंद्र शास्त्री से शादी करने की है. इसी बात पर शिवरंजनी का बयान सामने आया है. साथ ही उन्होंने भगवा वस्त्र पहनने पर भी अपनी बात रखी.

शिवरंजनी तिवारी और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री. शिवरंजनी तिवारी और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री.
लोकेश चौरसिया
  • छतरपुर,
  • 16 जून 2023,
  • अपडेटेड 11:57 AM IST

पैदल कलशयात्रा करके गंगोत्री से एमपी के छतरपुर पहुंची शिवरंजनी तिवारी ने बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से शादी करने के संकल्प पर बड़ी बात कही है. शिवरंजनी बोलीं ''मैंने कभी नहीं कहा कि मेरा शादी का संकल्प है, ना मेरा पर्चा खुला और ना मेरे संकल्प के बारे में पता चला.''

उन्होंने आगे कहा कि मेरा जो संकल्प था वह यह था ''मैं पूज्य बालाजी के दर्शन करूं और मैं जब 11वीं में थी तब बायो (Biology) सब्जेक्ट लिया था. मैं कैंसर की डॉक्टर बनना चाहती हूं, हे बालाजी मुझे इस फील्ड में सक्सेस दे देना.'' शिवरंजनी ने आगे कहा कि मेरी बस यही कामना थी. शादी की तो मेरी कोई कामना थी ही नहीं, लोगों वे वजह शादी के विषय से मेरी यात्रा को जोड़ दिया.

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शिवरंजनी तिवारी.

भगवा वस्त्र पर उठ रहे सवाल पर अपना पक्ष रखा

साथ ही शिवरंजनी ने भगवा वस्त्र पर उठ रहे सवाल पर अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि जो (डॉक्टर शैलेंद्र योगीराज) उन्होंंने मुझ पर आरोप लगाया है कि यह भगवा वस्त्र केवल साधु-संतों की निशानी है और यह प्यार की परिभाषा है. तो ऐसा कहीं लिखा हुआ है कि जो यह हमारे भगवान श्रीराम का रंग है इसे केवल साधु-संत ही पहन सकते हैं और कोई कन्या नहीं पहन सकती. भगवा रंग मेरी पसंद है, भगवान राम की पसंद है. तो भला उनको (डॉक्टर शैलेंद्र योगीराज) क्या आपत्ति हो सकती है.

 

शिवरंजनी तिवारी, डॉक्टर शैलेंद्र योगीराज

 

दरअसल, गुरुवार को बद्रीनाथ से आए शंकराचार्य ज्योतिष पीठ के मीडिया प्रभारी डॉक्टर शैलेंद्र योगीराज सरकार ने उनके भगवा वस्त्र पहनने पर सवाल खड़ा किया था. डॉक्टर शैलेंद्र योगीराज ने कहा है कि भगवा वस्त्र त्याग का प्रतीक है. भगवा वस्त्र पहनकर प्राणनाथ को प्राप्त करने यानी विवाह का संकल्प लेकर चलना सनातन धर्म की हानि है. वो (शिवरंजनी) सनातन धर्म को क्षति पहुंचा रही हैं और कहती हैं कि सनातन धर्म का झंडा लिए हुए हैं.

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14 जून को छतरपुर पहुंची थीं शिवरंजनी

बता दें कि बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को अपना 'प्राणनाथ' मान चुकी MBBS स्टूडेंट शिवरंजनी तिवारी 14 जून को छतरपुर पहुंची थीं. उत्तर प्रदेश के महोबा जिले और मध्य प्रदेश की सीमा छतरपुर के बॉर्डर पर शिवरंजनी का लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया था. छतरपुर पहुंचने पर उनकी तबीयत बिगड़ गई थी. उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया था. 

आज जाना है बागेश्वर धाम

जानकारी है कि शिवरंजनी को आज (16 जून) को बागेश्वर धाम पहुंचना है. शिवरंजनी यहां पर मौजूद भोलेनाथ के मंदिर में जल अर्पित करेंगी और अपने प्रण लिए पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मुलाकात के लिए बालाजी के समक्ष विनती करेंगी. बागेश्वर धाम के छतरपुर में प्रवेश करने के दौरान शिवरंजनी तिवारी ने 'आजतक' से बात करते हुए कई सवालों के जवाब दिए और प्राणनाथ शब्द का अर्थ भी बताया था

उन्होंने कहा था कि 'मैं तो अपना संकल्प लेकर चली हूं' शिवरंजनी का कहना था कि, "प्राणनाथ का मतलब धीरेंद्र शास्त्री खुद समझते हैं. शादी के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका जवाब धीरेंद्र शास्त्री महाराज ही देंगे. मैं तो अपना संकल्प लेकर चली हूं. मुझे उम्मीद है कि मेरी मुराद भी पूरी होगी क्योंकि मेरे साथ भी बालाजी सरकार हैं".

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