
मध्य प्रदेश के गुना जिले के चाचौड़ा में नाबालिग गैंगरेप मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. केस की जांच में लापरवाही दिखाने पर चाचौड़ा टीआई रवि गुप्ता को हटा दिया गया है. उनकी जगह बलवीर सिंह को नया टीआई बनाया गया है. वहीं, गैंगेरप के आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग की जा रही है.
घटना के सामने आने के बाद से ही पूरे गुना में महिलाओं में जमकर गुस्सा देखा गया था. स्कूल, कॉलेज जाने वाली लड़िकयों से लेकर महिला संगठनों और सामाजिक संस्थानों में जमकर विरोध प्रदर्शन किया था.
खुद को निर्दोष बता रहे हैं आरोपी
मामले में जिन्हें आरोपियों बनाया गया गया है, उनमें से तीन के वीडियो सामने आए हैं. एक आरोपी ने रोते हुए खुद को निर्दोष बताया है. अन्य दो वीडियो में भी जिन पर गैंगरेप का आरोप लगा है, वे भी खुद को निर्दोष बता रहे हैं.
उनका कहना है कि पीड़िता के सामने उन्हें ले जाया जाए. यदि वो खुद कहती है कि उन्होंने लड़की साथ गलत काम किया है, तो पुलिस जो भी एक्शन लेगी मंजूर होगा. हालांकि, पुलिस ने वीडियो बनाने वाले तीनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है.
सभी छह आरोपियों पर धारा 363, 366 A, 376 B, 376 D, 120 B, 34 , 3/4,11/12, 26/18 पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
आरोपी रामजीवन मीना का वीडियो आया सामने
रेपकांड के मामले में गिरफ्तार आरोपी रामजीवन मीना का वीडियो वायरल हुआ. आरोपी ने खुद ही वीडियो बनाकर वायरल किया. इसमें रामजीवन यह कहते हुए नजर आ रहा है कि कान्हा (मुख्य आरोपी) का उसके पास फोन आया था. उसने पीड़िता की तबीयत खराब होने की बात कही कहकर गाड़ी लाने की बात कही थी. उसने लड़की को ब्यावरा से बीनागंज छोड़ने के लिए कहा था.
जब मैं गाड़ी लेकर पहुंचा तो नाबालिग की हालत ठीक नहीं थी. मैं दोनों को लेकर ब्यावरा से बीनागंज पहुंचा. रास्ते में एक होटल में लड़की को होश में लाने के लिए नींबू का रस पिलाया. मगर, उसे होश नहीं आया. इस पर हम उसे फिर से ब्यावरा ले गए. आखिर में ब्यावरा से बीनागंज पहुंचकर कान्हा, नाबालिग और एक अन्य युवक को बीनागंज छोड़ दिया था.
वीडियो नंबर एक...
मकान नहीं तोड़ने की कर रहा मिन्नतें
वीडियो में रामजीवन मीणा पुलिस ने उसका मकान नहीं तोड़ने की बात कहता नजर आया था. साथ ही उसका कहना था कि उसे पीड़िता के सामने ले जाया जाए. यदि वो कहती है कि मैंने उसके साथ कुछ गलत किया है, तो पुलिस जो भी एक्शन लेगी मुझे मंजूर होगा. मैं इस मामले में निर्दोष हूं. मुझे गलत तरीके फंसाया जा रहा है.
वीडियो नंबर दो...
वीडियो सामने आने के बाद ढहा दिया गया था मकान
रामजीवन का वीडियो सामने आने के पहले ही उसके मकान पर बुलडोजर चल चुका था. उसे मिलाकर पांच आरोपियों के मकान जमींदोज कर दिए गए हैं. मकान गिराने का जमकर विरोध हुआ था. मगर, पुलिस और प्रशासन ने किसी की नहीं सुनी. जिन सात लड़कों को गैंगरेप का आरोपी बनाया गया है, उनमें से पांच के घरों को प्रशासन ने मिट्टी में मिला दिया है.
सांसद पहुंचे थे अस्पताल
जिला अस्पताल में भर्ती पीड़िता का हालचाल जानने के लिए भाजपा सांसद रोडमल नागर अस्पताल पहुंचे थे. उन्होंने घटना पर दुख जताते हुए आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की. साथ ही उन्होंने कहा था कि यदि टीआई रवि गुप्ता के खिलाफ सबूत मिलते हैं, तो उन्हें भी नहीं बख्शा जाएगा.
वीडियो नंबर तीन...
पीड़िता के पिता ने टीआई गुप्ता पर लगाए थे आरोप
पूरे मामले में चाचौड़ा टीआई पर लापरवाही बरतने के आरोप लगे थे. पीड़िता के पिता का कहा था, ''उन्होंने खुद बेहोशी की हालत में अपनी बेटी को उस मकान से बरामद किया था. सूचना देने बाद भी पुलिस बहुत देरी से आई थी. टीआई गुप्ता ने कहा कि उनकी बेटी ने शराब पी रखी है."
उन्होंने आगे आरोप लगाया, "टीआई ने गुमराह किया और बच्ची का इलाज भी नहीं कराया. प्रशासन की कार्रवाई से असंतुष्ट पिता ने सपरिवार इच्छामृत्यु की गुहार लगाई है. पिता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कोई एक्शन नहीं लिया है, मामले में केवल लीपापोती की जा रही है."
टीआई का निजी ड्राइवर भी है मामले का आरोपी
टीआई रवि गुप्ता का निजी ड्राइवर संजय उर्फ संजू भी गैंगरेप मामले में दोषी है. वो भी पुलिस की गिरफ्त में है. टीआई पर ड्राइवर को बचाने की आरोप भी लगाए गए हैं. हालांकि, टीआई गुप्ता को चाचौड़ा से हटा दिया गया है.
वीडियो नंबर चार...
दरअसल, बीती 28 अक्टूबर दिन शुक्रवार को दसवीं में पढ़ने वाली नाबालिग चांचौड़ा इलाके में बने एक मकान में बेहोशी की हालत में मिली थी. उसके साथ गैंगरेप होने की बात सामने आई थी. मामले में नौ लड़कों को आरोपी बनाया गया है. इनमें से छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
वहीं, तीन आरोपी अभी भी फरार हैं. उनकी तलाश में पुलिस जगह-जगह छापे मार रही है. गैंगरेप का मुख्य आरोपी बताए जा रहे कान्हा ने खुद पीड़िता के पिता को फोन किया था. फोन पर पिता से पीड़िता को ले जाने की बात कही थी. जब पिता मौके पर पहुंता, तो पीड़िता बेहोशी की हालत में थी. उसके बाद गैंगरेप होने की बात पिता ने कही थी.