
मध्य प्रदेश के मंदसौर शहर में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के अवसर पर निकाले गए जुलूस के दौरान पथराव के दावों के बीच पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है. रतलाम जिले से 40 पुलिसकर्मियों को मंदसौर बुलाा गया है. इस मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामले दर्ज कर लिए हैं.
जिले के एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि एक शख्स ने कोतवाली पुलिस स्टेशन में आकर दावा किया कि जुलूस के दौरान पथराव और लाठियों से हमले के कारण उसे चोटें आई हैं. उन्होंने कहा कि उसकी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए हमने दंगा और हिंसा के लिए 10 से 15 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. उन्होंने कहा कि किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
एसपी ने कहा कि शहर में स्थिति नियंत्रण में और शांतिपूर्ण है और उन्होंने नागरिकों से अनुरोध किया कि वे बिना प्रामाणिकता की पुष्टि किए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फोटो और वीडियो अपलोड न करें. ईद-ए-मिलाद-उन-नबी पैगंबर मुहम्मद के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है.
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इस बीच, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता और मंदसौर के पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने दावा किया कि जुलूस के नेहरू बस स्टैंड के पास पहुंचने पर पथराव के कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई. उन्होंने मीडिया से कहा कि इससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई और क्षेत्र के व्यापारियों को अपनी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद करने पड़े.