
भारत के टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में सोमवार को दो बाघों की मौत से हड़कंप मच गया. एक ओर कान्हा टाइगर रिजर्व से सटे बैहर जंगल से डेढ़ साल के बाघ की खाल बरामद हुई है, तो वहीं दूसरी ओर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 11 वर्षीय बाघिन स्पॉटी ने दम तोड़ दिया.
वन रेंज अधिकारी कृष्णा मरावी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कान्हा टाइगर रिजर्व से सटे बैहर जंगल से डेढ़ साल के बाघ की खाल बरामद की गई. इसमें शिकारियों की भूमिका संदिग्ध है, क्योंकि बाघ के शरीर पर गोलियों के निशान मिले हैं. अब इस मामले में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है.
वरिष्ठ पशुचिकित्सक आशीष वैद्य ने बताया कि बाघ की मौत का सही कारण जानने के लिए विसरा सैंपल लैब भेज दिया गया है, अब रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
बाघिन की संदिग्ध मौत
उधर, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के घोड़ा डेमन इलाके में रविवार शाम बाघिन स्पॉटी का शव मिला. 11 साल की स्पॉटी ने अपने जीवन में दस शावकों को जन्म दिया था. एक स्थानीय अधिकारी के अनुसार वृद्ध बाघिन शारीरिक रूप से कमजोर हो गई थी. उसकी मौत की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी. हालांकि, मौत के कारणों का अभी स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है.
MP में 526 बाघ, 2022 में 7 की मौत
अखिल भारतीय बाघ अनुमान रिपोर्ट 2018 के अनुसार, मध्य प्रदेश 526 बाघ हैं, जो देश के किसी भी राज्य में सबसे अधिक हैं. बता दें कि एमपी में कान्हा, बांधवगढ़, पेंच, सतपुड़ा और पन्ना में टाइगर रिजर्व (बाघ अभयारण्य) में साल 2022 के भीतर सात बाघों की मौत हो चुकी है.