
मध्य प्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) के चिड़ियाघर (zoo) से गुड न्यूज सामने आई है. यहां एक बाघिन ने तीन शावकों को जन्म दिया है. इनमें एक शावक सफेद रंग का है. चमकदार आंखों और सफेद धारियों वाला शावक बहुत आकर्षक दिखता है. इसी के साथ बाघों का कुनबा बढ़ गया है. सफेद शावक के आने से वन्यजीव प्रेमियों को भी इसकी झलक देखने को मिलेगी.
एजेंसी के अनुसार, चिड़ियाघर के प्रभारी उपेंद्र यादव ने बताया कि शावकों और उनकी मां बाघिन को अलग रखा गया है. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के अनुसार उनकी निगरानी की जा रही है.
उपेंद्र यादव ने बताया कि दुर्गा नाम की बाघिन ने शुक्रवार की रात गांधी प्राणि उद्यान ग्वालियर में तीन शावकों को जन्म दिया है. अधिकारी ने जानकारी देते हुए यह भी बताया कि पिछले साल बाघिन दुर्गा ने दो शावकों को जन्म दिया था.
चिड़ियाघर के प्रभारी ने बताया कि तीन शावकों के जन्म के बाद ग्वालियर नगर निगम द्वारा संचालित चिड़ियाघर में बाघों की संख्या 9 हो गई है. उन्होंने बताया कि ग्वालियर के चिड़ियाघर में छह वयस्क बाघ हैं, इनमें चार नर हैं और दो मादा हैं.
बीते साल अप्रैल में भी तीन शावकों का हुआ था जन्म
बता दें कि इससे पहले ग्वालियर के गांधी प्राणि उद्यान में बाघिन मीरा ने तीन नन्हें शावकों को जन्म दिया था. इससे चिड़ियाघर में खुशी का माहौल था. 45 दिनों तक नन्हें टाइगर्स को आइसोलेशन में रखा गया था. चिड़ियाघर मे मौजूद टाइगर 'लव' और बाघिन 'मीरा' से इनका जन्म हुआ था.
बाघिन मीरा से जन्म लेने वाले शावकों में से दो शावक पीले और एक सफेद रंग का था. मादा मीरा और नर लव से तीसरी बार शावकों का जन्म हुआ था. मीरा का भी जन्म गांधी प्राणि उद्यान में ही साल 2013 में हुआ था. शावकों को हल्का खाना दिया जा रहा था, जिसमें चिकन सूप, दूध और उबले हुए अंडे शामिल थे.