
मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में चरित्र प्रमाण पत्र में नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने एक व्यक्ति के चरित्र प्रमाण पत्र में नियमों के खिलाफ जाकर अपमानजनक टिप्पणी लिख दी थी.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक रुपेश देशमुख, जो अठनेर थाना क्षेत्र के निवासी हैं उन्होंने पुलिस से अपने चरित्र प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था. जब उन्हें प्रमाण पत्र मिलने में देरी हुई, तो उन्होंने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर इसकी शिकायत दर्ज कराई.
इससे पुलिसकर्मी नाराज हो गए और 6 फरवरी को जारी किए गए चरित्र प्रमाण पत्र में लाल स्याही से लिख दिया कि वो मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में आदतन शिकायतकर्ता’ हैं. बैतूल के SP निश्चल एन झारिया ने बताया कि इस मामले में हेड कांस्टेबल बलराम सरयाम और कांस्टेबल विप्लव मरासे को निलंबित कर दिया गया है.
बलराम सरयाम चरित्र प्रमाण पत्र जारी करने का काम संभालते थे, जबकि विप्लव मरासे मुख्यमंत्री हेल्पलाइन मामलों को देखते थे. देशमुख का कहना है कि उन्होंने कभी भी पहले मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी.
वह एक निजी कंपनी में काम करते हैं और नौकरी के लिए चरित्र प्रमाण पत्र की जरूरत थी. जब उन्हें प्रमाण पत्र पर की गई टिप्पणी की जानकारी मिली, तो उन्होंने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की. इसके बाद उन्हें एक नया प्रमाण पत्र जारी किया गया है.
पुलिस और प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया और तुरंत कार्रवाई की. इस मामले की पूरी जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या ऐसे और भी मामले हुए हैं. एसपी ने साफ किया है कि सरकारी दस्तावेजों में इस तरह की व्यक्तिगत टिप्पणियां करना अनुचित है और इसके लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.