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'रात में घर बुलाता है इंजीनियर, कई बार मना करने पर भी नहीं समझ रहा...', उज्जैन की महिला अफसर का ऑडियो वायरल

एक वायरल ऑडियो में कथित तौर पर भार्गव अपने मातहत कर्मचारियों के जरिए एक महिला सब-इंजीनियर पर रात में घर आने का दबाव बनाते सुनाई दे रहे हैं. यह ऑडियो निगम के ऑफिशियल वॉट्सएप ग्रुप में तीन दिन पहले वायरल हुआ.

(प्रतीकात्मक तस्वीर) (प्रतीकात्मक तस्वीर)
संदीप कुलश्रेष्ठ
  • उज्जैन ,
  • 18 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 5:57 PM IST

उज्जैन नगर पालिका निगम में प्रभारी कार्यपालन यंत्री (Executive Engineer) पीयूष भार्गव एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. एक वायरल ऑडियो में कथित तौर पर भार्गव अपने मातहत कर्मचारियों के जरिए एक महिला सब-इंजीनियर (Sub-Engineer) पर रात में घर आने का दबाव बनाते सुनाई दे रहे हैं. यह ऑडियो निगम के ऑफिशियल वॉट्सएप ग्रुप में तीन दिन पहले वायरल हुआ, जिसके बाद से इसकी चर्चा जोरों पर है.
 
वायरल हुए तीन ऑडियो की अवधि क्रमशः 45 सेकंड, 1 मिनट 24 सेकंड और 1 मिनट 13 सेकंड है. इनमें निगम कर्मचारी महिला सब-इंजीनियर से कार्यालयीन काम से इतर बातचीत करते और कार्यपालन यंत्री के घर आने का दबाव बनाते सुनाई दे रहे हैं. ऑडियो के वायरल होने के बाद निगम के वॉट्सएप ग्रुप में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं.

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कांग्रेस पार्षद की शिकायत
वार्ड नंबर-9 की कांग्रेस पार्षद सपना सांखला ने अपने साथियों के साथ मिलकर महापौर मुकेश टटवाल, निगम अध्यक्ष कलावती यादव और संभाग कमिश्नर संजय गुप्ता को शिकायती आवेदन सौंपा.

इसमें पीयूष भार्गव को तत्काल पद से हटाने, महिला उत्पीड़न के मामले में पुलिस कार्रवाई और ऑडियो में दबाव बनाने वाले अन्य उपयंत्रियों पर भी कार्रवाई की मांग की गई है. सपना सांखला ने कहा, "यह महिला सम्मान के खिलाफ है. दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए."

जांच के लिए विशाखा समिति को मामला
महापौर मुकेश टटवाल ने शिकायत की जांच का आश्वासन दिया. निगम कमिश्नर आशीष पाठक ने बताया, "वायरल ऑडियो के साथ शिकायत मिली है. मामला जांच के लिए नगर निगम की विशाखा समिति को सौंप दिया गया है. एक जांच कमेटी बनाई गई है, जो निश्चित समय में अपनी रिपोर्ट देगी. इसके आधार पर विधिसम्मत कार्रवाई होगी." हालांकि, अभी तक इस ऑडियो की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.

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विशाखा समिति का महत्व
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार हर कार्यस्थल पर महिला यौन उत्पीड़न रोकने के लिए विशाखा समिति गठित करना अनिवार्य है. यह समिति महिलाओं को उत्पीड़न की शिकायत दर्ज करने का मंच प्रदान करती है. उज्जैन निगम ने इसी प्रक्रिया के तहत जांच शुरू की है.

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