
मध्यप्रदेश में 1 अप्रैल से लागू होने वाली नई आबकारी नीति के तहत धार्मिक महत्व के 19 स्थानों पर शराबबंदी होगी, लेकिन अन्य क्षेत्रों में शराब की बिक्री शुरू होने जा रही है. इस नीति के तहत कई पुरानी शराब दुकानों को नई जगहों पर शिफ्ट किया गया है, जिसका भोपाल के अलग-अलग इलाकों में स्थानीय रहवासी विरोध कर रहे हैं. पिछले एक हफ्ते से मालवीय नगर, बावड़िया कलां और अवधपुरी में लोग सड़कों पर उतरे हैं, खासकर महिलाएं और बुजुर्ग प्रदर्शन कर रहे हैं. भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए हैं.
मालवीय नगर: वीवीआईपी इलाके में विरोध
भोपाल के पॉश और वीवीआईपी इलाके मालवीय नगर में पिछले दो दिनों से रहवासी नई शराब दुकान के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. शनिवार, 29 मार्च 2025 को महिलाएं और बुजुर्ग हाथों में बैनर लेकर सड़क पर उतरे. उनका कहना है कि पुराने पत्रकार भवन के सामने शराब दुकान खुलने जा रही है, जो विधायक विश्राम गृह, न्यू मार्केट, बिड़ला मंदिर और रिहायशी कॉलोनी के करीब है. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि इससे महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा खतरे में पड़ेगी. उन्होंने चेतावनी दी कि वे अपने इलाके में दुकान नहीं खुलने देंगे.
बावड़िया कलां: तेजी से बढ़ते इलाके में असंतोष
भोपाल के सबसे तेजी से विकसित क्षेत्र बावड़िया कलां में भी नई शराब दुकान का विरोध हो रहा है. इंडस गार्डन परिसर रहवासी कल्याण समिति ने बावड़िया कलां चौक पर प्रदर्शन किया और कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को पत्र लिखकर दुकान को कॉलोनी गेट के पास न खोलने की मांग की. रहवासियों का कहना है कि इस गेट से स्कूल बसें बच्चों को लेने-छोड़ने आती हैं और महिलाओं का दिनभर आवागमन रहता है. शराब दुकान खुलने से शाम को माहौल खराब होगा, जिससे महिलाओं और बच्चों को परेशानी होगी.
अवधपुरी: धरने के साथ अखंड रामायण की योजना
अवधपुरी के ऋषि पुरम तिराहे पर शराब दुकान के खिलाफ हजारों रहवासियों ने जोरदार धरना दिया. महिलाओं के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में लोगों ने एक स्वर में कहा कि दुकान नहीं खुलने दी जाएगी. प्रस्तावित दुकान से 50 मीटर की दूरी पर माँ भगवती दुर्गा का शक्तिपीठ, बचपन प्ले स्कूल, बस स्टॉप और अस्पताल है. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि प्रशासन मौन है. मौके पर आरआई और पटवारी ने पंचनामा बनाया, जिसमें भूमि सीलिंग की बात सामने आई, लेकिन भूमि स्वामी न दस्तावेज दिखा सका न मौके पर आया. रहवासी अब विधायक कृष्णा गौर से मिलने और दुकान के सामने अखंड रामायण पाठ करने की योजना बना रहे हैं.
कलेक्टर की कार्रवाई
लोगों की शिकायतों और प्रदर्शनों को देखते हुए भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने मामले को संज्ञान में लिया है. उन्होंने एसडीएम को जांच के निर्देश दिए और आश्वासन दिया कि शराब दुकानों के लिए निर्धारित नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाएगा.