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MP: लोकायुक्त के छापे और इनकम टैक्स रेड का 'काला बैग' कनेक्शन? क्या घर में मिली चांदी और कार से मिला सोना एक ही शख्स का?

जिस मकान को लोकायुक्त ने चेतन सिंह गौड़ का घर और सौरभ शर्मा का दफ्तर बताया है, वहां आजतक को RTO लिखा फोल्डर भी मिला है. आपको बता दें कि सौरभ शर्मा पहले RTO विभाग यानी परिवहन विभाग में बतौर कांस्टेबल नौकरी करता था.

सौरभ शर्मा के दफ्तर और जंगल में मिली कार में मिले एक जैसे काले बैग. सौरभ शर्मा के दफ्तर और जंगल में मिली कार में मिले एक जैसे काले बैग.
रवीश पाल सिंह
  • भोपाल ,
  • 23 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 11:59 AM IST

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बीते गुरुवार की सुबह लोकायुक्त टीम ने पूर्व आरटीओ कांस्टेबल सौरभ शर्मा के घर और दफ्तर पर छापा मारकर 7.98 करोड़ रुपये नगद, कार, सोने और हीरे के आभूषण, चांदी की सिल्लियां, संपत्तियों के दस्तावेज और घरेलू सामान बरामद किया था, उसी दिन आयकर विभाग ने जंगल में एक लावारिस कार से 52 किलो वजनी 40 करोड़ रुपये के सोने के बिस्किटों समेत 10 करोड़ रुपये नगद बरामद किए. अभी तक तो यह बरामदगी के दो अलग-अलग मामले लग रहे हैं, क्योंकि दोनों जांच एजेंसियां अलग-अलग हैं. लेकिन एक काले रंग के बैग ने जांच एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं. 

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आजतक को मिली EXCLUSIVE जानकारी के अनुसार, लोकायुक्त और इनकम टैक्स के इन 2 अलग-अलग छापों में सबसे बड़ी समानता एक 'काला बैग' है. लावारिस कार में मिले सोने की सिल्लियां और नकदी आधा दर्जन से अधिक काले बैगों में रखी गई थीं, जिनमें सफेद धारियां थीं. कार चेतन गौड़ के नाम पर पंजीकृत थी. दिलचस्प बात यह है कि सौरभ शर्मा के दफ्तर पर छापा मारने वाली लोकायुक्त टीम को भी सफेद धारियों वाले ऐसे ही काले बैग मिले थे जिनके अंदर से 240 किलो चांदी की इंटें और करोड़ों रुपए कैश मिला.

एजेंसियों को संदेह है कि कार से जब्त सोना और नकदी उसके दोस्त और पूर्व परिवहन कांस्टेबल सौरभ शर्मा की हो सकती है. aajtak के पास जंगल में लावारिस खड़ी कार से मिले सोने और कैश की जो फोटो हैं, उनमें वही काले रंग के बैग दिख रहे हैं जैसे बैग लोकायुक्त को सौरभ के दफ्तर पर मिले हैं.

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यह भी पढ़ें: Video: 52 किलो सोना, 15 करोड़ कैश... भोपाल के जंगल में IT रेड में 'काला खजाना'

आजतक की टीम को अरेरा कॉलोनी के सौरभ शर्मा वाले दफ्तर और जंगल में मिली कार का एक और लिंक मिला है. दरअसल, जो कार जंगल में मिली वो चेतन गौड़ नाम से रजिस्टर है और इसी चेतन गौड़ के नाम वाले लेटर हेड अरेरा कॉलोनी के इस घर में आजतक को मिले, जिसे सौरभ शर्मा का दफ्तर बताया जा रहा है. इन घर पर फिशरीज कॉन्ट्रैक्टर के तौर पर चेतन गौड़ के कई लेटरहेड मिले हैं. इससे संकेत मिलता है कि सौरभ और चेतन दोनों ही करीबी सहयोगी हैं. 

सिर्फ यही नहीं, जिस मकान को लोकायुक्त ने चेतन सिंह गौड़ का घर और सौरभ शर्मा का दफ्तर बताया है, वहां आजतक को RTO लिखा फोल्डर भी मिला है. आपको बता दें कि सौरभ शर्मा पहले RTO विभाग यानी परिवहन विभाग में बतौर कांस्टेबल नौकरी करता था और सिर्फ 6-7 साल नौकरी के बाद वीआरएस ले लिया था.

जाहिर है जांच एजेंसियां इन दो अलग-अलग छापों का लिंक जोड़ने और सौरभ शर्मा के साथ चेतन सिंह गौड़ का कनेक्शन खंगालने में जुटी होंगी, लेकिन आजतक के कैमरे पर कैद इन तस्वीरों से दोनों के आपस में गठजोड़ के संदेह को मजबूती मिलती ज़रूर दिख रही है. 

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