Advertisement

भूख-प्यास से तड़पकर मर गई घर में कैद मां, बेटे पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज

एक दिन अरुण अपनी पत्नी और बेटे को लेकर उज्जैन चला गया और बीमार मां को घर में ताला डालकर बंद कर गया. ताले की चाबी अरुण ने दरवाज़े पर टांग दी. अरुण ने काफी देर बाद इंदौर में रहने वाले अपने भाई अजय को फोन कर बताया कि वह सपरिवार उज्जैन निकल गया है. 

प्रतीकात्मक तस्वीर (Image Source: META AI) प्रतीकात्मक तस्वीर (Image Source: META AI)
रवीश पाल सिंह
  • भोपाल ,
  • 23 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:19 PM IST

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में एक मानवीयता को तार-तार कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक बेटा अपनी बीमार मां को ताले में बंद कर शहर से बाहर चला गया और बीमार मां ने भूख-प्यास से दम तोड़ दिया. पुलिस ने अब बेटे के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धरा के तहत केस दर्ज कर लिया है.

दिल को झकझोर देने वाला यह मामला निशातपुरा थाना क्षेत्र का है. थाना प्रभारी रुपेश दुबे ने aajtak को बताया कि 80 साल की बुज़ुर्ग विधवा महिला ललिता दुबे अपने छोटे बेटे अरुण के साथ गोया कॉलोनी में रहती थीं. 

Advertisement

बुजुर्ग ललिता बहुत बीमार थीं और चलने फिरने में सक्षम नहीं थीं, लिहाज़ा ज्यादातर समय वो बिस्तर पर ही रहती थीं. अरुण मानसिक रूप से कमज़ोर है और पिता के निधन के बाद पेंशन की राशि मां को मिलती थी, उसी से घर का खर्चा चलता है. 

एक दिन अरुण अपनी पत्नी और बेटे को लेकर उज्जैन चला गया और बीमार मां को घर में ताला डालकर बंद कर गया. ताले की चाबी अरुण ने दरवाज़े पर टांग दी. अरुण ने काफी देर बाद इंदौर में रहने वाले अपने भाई अजय को फोन कर बताया कि वह सपरिवार उज्जैन निकल गया है. 

मां की स्थिति से वाकिफ अजय ने भोपाल में रहने वाले अपने दोस्तों को फोन कर मां का हालचाल लेने भेजा, लेकिन जब तक दोस्त घर पहुंचे तो ललिता दुबे की मृत्यु हो चुकी थी. सूचना मिलने पर बड़ा बेटा इंदौर से भोपाल आया और मां का अंतिम संस्कार किया. 

Advertisement

बेटे के खिलाफ केस दर्ज 
टीआई रुपेश दुबे के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ललिता दुबे की मौत भूख से होना बताई गई, क्योंकि बिस्तर पर पड़े रहने की वजह से बीमार ललिता दुबे खुद से उठकर खाना या दवाई नहीं ले सकीं और न ही 24 घंटे तक पानी पीया, जिससे उनकी मौत हो गई. इसके बाद बेटे अरुण के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की धारा 105 बीएनएस और भरण-पोषण कानून के तहत केस दर्ज कर लिया गया है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement