
प्रेमिका से शादी न होने से खफा एक सनकी आशिक ने उसके मासूम भाई की निर्मम हत्या कर दी. दिल दहलाने वाली यह घटना मध्यप्रदेश के ग्वालियर में घटित हुई. शहर के पुरानी छावनी इलाके स्थिित मोतीझील में रहने वाली कमलेश राजपूत का 12 साल का बेटा हेम राजपूत सोमवार को अपने घर से गुप्तेश्वर मेला देखने के लिए निकला था. घर से निकलते वक्त मां कमलेश ने अपने बेटे हेम को ₹50 भी दिए थे. इसके बाद हेम राजपूत मेला देखने के लिए चला गया.
इधर कमलेश राजपूत भी अपनी मुरैना में रहने वाली बेटी के घर चली गई. शाम को जब कमलेश मुरैना से अपने घर वापस आईं, तब उसे मालूम हुआ कि उसका बेटा तो अभी तक मेला देखकर वापस नहीं लौटा है.
कमलेश ने अपने बेटे की तलाश शुरू की, लेकिन जब कहीं उसके बेटे का पता नहीं लगा तो कमलेश ने इस बात की सूचना पुरानी छावनी थाने में दी. पुलिस ने अज्ञात आरोपी पर अपहरण की एफआईआर दर्ज कर ली और हेम की तलाश शुरू कर दी.
इसी बीच, मंगलवार की रात को पुलिस को सूचना मिली कि देव खो पहाड़ी के नीचे पत्थर के बीच किसी बच्चे का शव दबा हुआ है. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. शव को पत्थर के नीचे से निकलवा कर खाई के ऊपर लाया गया. शिनाख्ती के लिए कमलेश को बुलवाया गया.
कमलेश ने अपने बेटे हेम राजपूत के रूप में मृतक की पहचान की. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. कमलेश ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसके बेटे ने मेले में पहुंचकर उसे एक परिचित के मोबाइल से कॉल लगाया था और बताया था कि वह पहाड़ी पर है.
महिला के संदेह व्यक्त करने पर पुलिस ने जनकगंज इलाके के निवासी शुभम कुशवाह को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ शुरू की. पुलिस पूछताछ में जो खुलासा हुआ, वह हैरान कर देने वाला था.
पुलिस पूछताछ में शुभम कुशवाह ने पुलिस को बताया, वह कमलेश की बेटी से प्यार करता था और अक्सर उसके घर आना जाना भी था. शुभम ने शादी का प्रस्ताव भी रखा था, लेकिन कमलेश राजपूत ने अपनी बेटी की शादी शुभम के साथ करने से इनकार कर दिया और पड़ोसी जिले मुरैना में बेटी को ब्याह दिया.
इसी बात को लेकर शुभम काफी आक्रोशित था और उसने बदला लेने की ठान ली. सॉफ्ट टारगेट देखते हुए शुभम ने अपनी प्रेमिका के छोटे भाई हेम राजपूत को चुना. हेम जब मेला देखने के लिए पहुंचा, तो शुभम भी वहां पहुंच गया.
शुभम ने हेम राजपूत को बातों में उलझाया और इसके बाद उसे देवखो की पहाड़ियों पर ले गया. सुनसान जगह देख पत्थर से कुचलकर मासूम की निर्मम हत्या कर दी. इस वारदात में शुभम कुशवाह का साथ उसके एक अन्य दोस्त ने भी दिया था. पुलिस ने शुभम कुशवाह को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसका नाबालिग सहयोगी अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है.