Advertisement

'सॉरी मम्मी-पापा... मैं इतनी मजबूत नहीं कि इतना स्ट्रेस झेल पाऊं' महिला डॉक्टर ने किया सुसाइड

भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में आकांक्षा माहेश्वरी नाम की जूनियर डॉक्टर ने हॉस्टल के कमरे में सुसाइड कर लिया. मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने लिखा है कि मैं इतनी मजबूत नहीं हूं, इतना स्ट्रेस नहीं झेल पा रही हूं.  मम्मी-पापा सॉरी, दोस्तों को भी सॉरी. प्यार देने के लिए धन्यवाद.

(प्रतीकात्मक फोटो) (प्रतीकात्मक फोटो)
रवीश पाल सिंह
  • भोपाल ,
  • 05 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 8:07 AM IST

भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में आकांक्षा माहेश्वरी नाम की जूनियर डॉक्टर ने हॉस्टल के अपने कमरे में बुधवार को सुसाइड कर लिया. आकांक्षा गांधी मेडिकल कॉलेज से पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट में पीजी कर रही थीं. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की. इस घटना के बाद से हॉस्टल में मातम पसरा हुआ है. मृतिका के परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है. 

Advertisement

जानकारी के मुताबिक डॉक्टर अकांक्षा बुधवार सुबह अपने रूम में थी. हॉस्टल की अन्य लड़कियों ने शाम के समय अकांक्षा के रूम का बंद देखा तो उन्होंने इसकी सूचना वार्डन को दी. काफी देर दरवाजा खटखटना के बाद जब नहीं खुला तो पुलिस को सूचित किया गया.

मौके पर पहुंचकर पुलिस ने दरवाजा खोला और देखा कि डॉक्टर अकांक्षा बेड पर बेसुध पड़ी हैं. जांच की तो उसकी मौत हो चुकी थी. पुलिस को आकांक्षा के कमरे से बेहोशी की दवा के इंजेक्शन मिले. जिससे आशंका जताई जा रही है कि आकांक्षा ने दवा का ओवरडोज लेकर आत्महत्या की है.

पुलिस को मौके से एक पेज का सुसाइड नोट भी मिला.  जिसमें आकांक्षा ने लिखा- मैं इतनी मजबूत नहीं हूं, इतना स्ट्रेस नहीं झेल पा रही हूं.  मम्मी-पापा सॉरी, दोस्तों को भी सॉरी.  प्यार देने के लिए धन्यवाद.  मैं स्ट्रॉन्ग नही हूं. मैं व्यक्तिगत कारणों से यह कदम उठा रही हूं.  

Advertisement

जूनियर डॉक्टर आकांक्षा माहेश्वरी मूल रूप से ग्वालियर की रहने वाली थी और गजराराजा मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई के बाद वर्तमान में भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज से पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट में पीजी कर रही थीं. पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement