Advertisement

न घर न कार, केजरीवाल पर बीजेपी के शीशमहल के आरोप पर AAP दे रही सादगी की दुहाई

अरविंद केजरीवाल की संपत्ति-वृद्धि पर भारतीय जनता पार्टी का सवाल अपनी जगह है, लेकिन - ‘न घर न कार’ बोलकर आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल की पुरानी नीली वैगनआर की यादें फिर से ताजा कर दी है.

अरविंद केजरीवाल पर बीजेपी के नये इल्जाम कितना प्रभावी होते हैं, दिल्ली वालों का फैसला ही बताएगा. अरविंद केजरीवाल पर बीजेपी के नये इल्जाम कितना प्रभावी होते हैं, दिल्ली वालों का फैसला ही बताएगा.
मृगांक शेखर
  • नई दिल्ली,
  • 17 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 4:45 PM IST

अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी ने नया हमला बोला है. बीजेपी ने नई दिल्ली विधानसभा सीट से नामांकन के दौरान अरविंद केजरीवाल की तरफ से दाखिल हलफनामे को हमले का आधार बनाया है. 

अब तक बीजेपी अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली में काम नहीं करने, चुनावी वादे पूरे नहीं करने, देश विरोधी ताकतों से संबंध रखने और शराब नीति के जरिये भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी के शासन को ‘आप-दा’ बताती आ रही थी - बीजेपी अब अरविंद केजरीवाल की संपत्ति पर सवाल उठाकर ‘शीशमहल’ वाले इल्जाम के बाद भ्रष्टाचार का नया आरोप लगा रही है.

Advertisement

आम आदमी पार्टी ने जवाबी हमले में अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट पर बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा की संपत्ति पर सवाल उठाते हुए कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की है.

और सफाई में, अरविंद केजरीवाल के पास ‘न घर न कार’ होने का हवाला देते हुए उनके सेवा भाव और सादगी की दुहाई दी है. 

बीजेपी का दावा है कि 2020-21 में अरविंद केजरीवाल की आय में 40 गुणा बढ़ोतरी हुई है. काउंटर अटैक में आम आदमी पार्टी का आरोप है कि पिछले पांच साल में प्रवेश वर्मा की संपत्ति की कीमत 2,600 फीसदी बढ़ गई है - जहां तक संपत्ति की कीमत बढ़ने की बात है, तो बढ़ने की वजह क्या बाजार नहीं हो सकता?   

अरविंद केजरीवाल को निशाना बनाते हुए दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा कह रहे हैं, ये बढ़ोतरी समझ से परे है, क्योंकि उन्होंने अपने चुनावी हलफनामे में बतौर विधायक मिलने वाले वेतन को अपनी आय का एकमात्र स्रोत बताया है.

Advertisement

केजरीवाल के हलफनामे पर बीजेपी का सवाल और AAP का जवाब

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा कहते हैं, दिल्ली के लोगों ने MLA की सैलरी को अपनी आय का एकमात्र सोर्स घोषित करने के बावजूद, अरविंद केजरीवाल से 2020-21 में उनकी आय में 40 गुणा वृद्धि… और 2023-24 में छह गुना वृद्धि के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है.

बीजेपी नेता का कहना है, पूर्व मुख्यमंत्री ने अपनी 2020-21 की आय 44,90,040 रुपये घोषित की थी, जो उनकी 2019-20 की आय 1,57,823 रुपये से लगभग 40 गुणा ज्यादा है. 

बीजेपी का सवाल है, ये आश्चर्यजनक है कि 2020-21 के दौरान जब दुनिया भर की इनकम कोविड महामारी के कारण कम हुई थी… जमीन की रजिस्ट्री भी नहीं हो रही थी… लोगों की आमदनी कम हो गई थी, लेकिन केजरीवाल की आमदनी में लगभग 40 गुना वृद्धि हो गई.

और फिर बीजेपी का बड़ा इल्जाम होता है, ये वही समय है जब अरविंद केजरीवाल ने शराब ठेकेदारों के साथ मिलकर नई आबकारी नीति बनाकर घोटाला किया था.

बीजेपी के आरोप पर आम आदमी पार्टी की तरफ से एक बयान में दावा किया गया है, प्रवेश वर्मा की कुल संपत्ति 89 करोड़ रुपये है, जो अरविंद केजरीवाल से करीब 27 गुणा ज्यादा है… उनके पास लक्जरी कार हैं… उनके परिवार की संपत्ति 100 करोड़ रुपये से ज्यादा है… उनकी संपत्ति की कीमत पांच वर्षों में 2,600 फीसदी बढ़ गई है.

Advertisement

केजरीवाल की वो सादगी बहुतों को बहुत याद आती है

पिछले साल स्वाति मालीवाल ने अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के साथ की एक पुरानी तस्वीर शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा था, ‘वो भी क्या दिन थे…’

‘न घर न कार’ बोलकर आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल की नीली वैगन-आर की बरबस याद दिला दी है. तब तो अरविंद केजरीवाल घर, गाड़ी और सिक्योरिटी सभी चीजें लेने से इनकार करते देखे और सुने जाते रहे - लेकिन गुजरते वक्त का खेल और राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता तो देखिये, अरविंद केजरीवाल पर बीजेपी ‘शीशमहल’ बनवाने का इल्जाम लगाती है, और दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास में हुए रेनोवेशन के दौरान हुए भ्रष्टाचार की CBI जांच होने लगती है. 

अरविंद केजरीवाल के बचाव में आम आदमी पार्टी प्रवेश वर्मा की संपत्ति में हुई भारी बढ़ोतरी के स्रोत बताये जाने की मांग करती है, दुहाई देती है कि अरविंद केजरीवाल के पास तो सिर्फ 50,000 रुपये नकद हैं, और उनके बैंक खाते में बमुश्किल से 3 लाख रुपये पड़े हुए हैं. 

आम आदमी पार्टी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल तीन बार के मुख्यमंत्री और IRS अधिकारी रहे हैं, फिर भी उनके पास कोई निजी घर या कार न होना, सार्वजनिक सेवा के प्रति उनकी सादगी और प्रतिबद्धता का प्रमाण नहीं तो क्या है? 

Advertisement

अरविंद केजरीवाल को कट्टर इमानदार नेता के रूप में पेश किये जाने वाले आम आदमी पार्टी के दावे को बीजेपी कैसे लेती है, और क्या कहती है, बहुत मायने नहीं रखता - सबसे महत्वपूर्ण बात है कि दिल्ली के लोग क्या सोचते, समझते और 5 फरवरी को फैसला सुनाते हैं - तब तक जो भी कहासुनी हो, 8 फरवरी को दूध का दूध और पानी का पानी तो हो ही जाना है. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement