
मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ और मिजोरम में वोट पड़ चुके हैं.अब राजस्थान और तेलंगाना में वोटिंग बाकी रह गई है. इन दोनों राज्यों में अब बीजेपी यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पिच पर खुलकर खेल रही है. गुरुवार को राजस्थान बीजेपी का घोषणापत्र देखकर तो ऐसा ही लगता है कि राजस्थान बीजेपी अब योगी शरणम् गच्छामि की मुद्रा में है. दूसरी ओर तेलंगाना में भी केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने राज्य में सरकार बनने पर कानून व्यवस्था में सुधार के लिए यूपी की बुलडोजर सरकार बनाने का वादा किया है. रेड्डी का संदेश साफ है कि तेलंगाना बीजेपी अब यूपी मॉडल के नाम वोट चाहती है.
राजस्थान में योगी मॉडल
राजस्थान में चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ा जा रहा है पर पार्टी की रणनीति यूपी मॉडल वाली है. राजस्थान के चुनावी घोषणापत्र में एंटी रोमियो स्क्वॉड बनाने की बात हो या सांसद योगी बालकनाथ को विधानसभा चुनाव लड़ाकर मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा हो लगता है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव योगीमय हो गया है. बाबा बालकनाथ भी गोरखनाथ संप्रदाय के ही योगी हैं. योगी आदित्यनाथ इनके चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे भी थे. योगी ने अपने भाषण में खुलकर कहा था कि कन्हैया हत्याकांड अगर यूपी में हुआ होता तो आरोपियों के साथ कैसा सुलूक होता. बाद में पीएम मोदी ने भी अपनी सभा में कन्हैया हत्याकांड के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया. चुनावी घोषणा पत्र जारी करते हुए भी सर तन से जुदा जैसे नारों की चर्चा हुई. राज्य में सीएम योगी न सिर्फ बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल हैं बल्कि ताबड़तोड़ रैलियों में फिलिस्तीन और इजरायल की चर्चा कर माहौल को गरम भी कर रहे हैं.
तेलंगाना भी हुआ योगीमय
केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने बुधवार को कहा कि अगर तेलंगाना में भाजपा की सरकार बनती है तो अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उत्तर प्रदेश की बुलडोजर सरकार की चर्चा करते हुए किशन रेड्डी ने कहा कि तेलंगाना में अपराध को खत्म करने के बीजेपी सरकार यूपी मॉडल को लागू करेगी.उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में गरीब मुसलमानों की जमीनों पर अवैध व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स और मैरिज हॉल बनाए गए हैं.अगर तेलंगाना में भाजपा की बुलडोजर सरकार बनती है, तो यूपी सरकार की तर्ज पर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. तेलंगाना के बहुचर्चित विधायक टी राजा सिंह अकसर अपने भाषणों में योगी के मॉडल की चर्चा करते रहते हैं. उन्होंने एक बार अपने स्टेट में ही नहीं महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर एकनाथ शिंदे को भी महाराष्ट्र में योगी सरकार की बुलडोजर नीति को अपनाने की सलाह दी थी. इजरायल के मुद्दे पर भी योगी ने जिस तरह यूपी में फिलिस्तीन समर्थकों पर एक्शन लिया उसकी गूंज उठती रहती है.
कांग्रेस से नैक टु नैक मुकाबले में योगी मॉडल ही बढ़त दिलाएगा
दरअसल राजस्थान हो या मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़ हो या तेलंगाना सभी राज्यों में मुकाबला नैक टु नैक है. किसी भी पार्टी के पक्ष में हवा नहीं चल रही है. न ही किसी पार्टी के एंटी हवा चल रही है. मामला सीधे-सीधे फिफ्टी फिफ्टी का है . दरअसल कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों ने एक करीब करीब एक जैसी लुभावनी स्कीमों का वादा किया है. महिलाओं के लिए , बेरोजगारों के लिए, छात्रों-छात्राओं के लिए दोनों तरफ से एक जैसे ही वादे किए गए हैं. अब अगर इन वादों से इतर जनता को लुभाने के लिए कुछ करना है तो योगी मॉडल से अलग बीजेपी के लिए कुछ और नहीं हो सकता है. वरिष्ठ पत्रकार विनोद शर्मा कहते हैं कि कानून व्यवस्था को लेकर पंजाब हो हरियाणा , महाराष्ट्र हो या बंगाल सभी स्टेट की जनता योगी मॉडल का जिक्र करती रही है. जब भी किसी स्टेट में बड़ी घटना होती है तो जनता की आवाज आती है कि योगी सरकार होती तो आरोपियों का ये हश्र होता. शर्मा कहते हैं कि योगी मॉडल की चर्चा करके बीजेपी कांग्रेस से महत्तपूर्ण बढ़त ले सकती है.
देश भर से उठती रहीं हैं योगी मॉडल की चर्चा
योगी मॉडल की चर्चा केवल बीजेपी शासित राज्यों में ही नहीं होती है. बल्कि यूं कहें कि जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं है उन राज्यों में योगी मॉडल लागू करने की चर्चा ज्यादा होती है तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी. पंजाब में सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद उनके पिता ने कहा था कि पंजाब में योगी सरकार होती तो उनके बेटे के हत्यारे यूं खुलेआम नहीं घूम रहे होते. बिहार और हरियाणा सरकार में शामिल मंत्री और विधायक खुलकर राज्य में योगी सरकार की बुलडोजर नीति की वकालत कर चुके हैं. आरोपियों के नाम और फोटो चौराहों पर लगाने , दंगों और आगजनी में सरकारी संपत्ति का नुकसान करने वालों से वसूली जैसे यूपी सरकार के तौर तरीकों को लागू करने की मांग कई राज्यों में हो चुकी है.हरियाणा में नूंह कांड के बाद तो वहां की जनता प्रदेश में योगी मॉडल लागू करने के लिए सड़कों पर भी उतर चुकी है.