
झारखंड में पिछले सप्ताह राजनीतिक गतिविधियां चरम पर रहीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धनबाद दौरे के बाद तो यहां के 14 सीटों के लिए चुनावी एजेंडा भी साफ तय होता दिखा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य को 35,700 करोड़ से ज्यादा की परियोजनाएं समर्पित कीं, साथ ही धनबाद में फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया सिंदरी का जो कारखाना 2000 के बाद से ही बंद पड़ा था, उसको फिर से HURL (HINDUSTAN URVARAK & RASAYAN LIMITED SINDRI) के नाम से शुरू कर दिया.
हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड सिंदरी के उद्घाटन के बाद सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने JMM को 'जमकर खाओ पार्टी' की संज्ञा दी. इसके बाद स्थानीय बीजेपी यूनिट ने जेएमएम को 'झारखंड मुद्रा मोचन पार्टी' का नाम दिया. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और जेएमएम की वर्तमान गठबंधन सरकार ने सिर्फ भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है. ये दोनों परिवारवादी पार्टियां हैं. उन्होंने कहा कि जेएमएम-कांग्रेस सरकार में तुष्टिकरण की राजनीति अपने चरम पर है, जिसके कारण संथाल परगना में बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए जमकर घुसपैठ हुआ है.
झारखंड बीजेपी का आरोप है कि घुसपैठियों के चलते राज्य की डेमोग्राफी बदल रही है और क्राइम बढ़ गया है. बीजेपी पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के भी जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल जाने को भरष्टचर का उधारण बता रही है. यानी बीजेपी का एजेंडा साफ है कि इस बार 14 सीटों पे चुनाव भ्रष्टाचार बनाम विकास के मुद्दे पे लड़ा जाएगा. प्रधानमंत्री ने बंद पड़े यूरिया एवं फर्टिलाइजर कारखाना को खोलकर केंद्र सरकार की विकासवादी सोच को दर्शाया है.
सिंदरी टाउनशिप की 7 लाख आबादी रोजगार के लिए एफसीआई कारखाने पर बहुत हद तक निर्भर है. लेकिन 2004 से 2014 तक केंद्र में यूपीए की सरकार रहने के बावजूद इस कारखाने को खोलने को लेकर कोई प्रयास नहीं हुआ. इधर, प्रधानमंत्री मोदी के हमले से तिलमिलाई झामुमो-कांग्रेस ने बजट सत्र के आखिरी दिन सदन में खूब हंगामा किया. सदन में कांग्रेस नेता प्रदीप यादव कार्य संचालन नियम के तहत चर्चा चाहते थे कि किस तरह ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल यहां राज्य सरकार के खिलाफ किया गया.
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा की सरकार को बीते 5 साल में तीन बार बहुमत साबित करना पड़ा जो अमूमन नहीं होता. जेएमएम के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बीजेपी को 'भरपूर जियो पूंजीपतियों' पार्टी का नाम दिया. प्रधानमंत्री के विकास की गारंटी के जवाब में झामुमो ने कहा, 'पीएम ने अपने वैवाहिक जीवन की गारंटी नहीं निभाई तो जनता को समृद्ध करने की गारंटी क्या निभाएंगे. रही भ्रष्टाचार की बात तो हेमंत बिस्वा सरमा, अजित पवार, नारायण राणे, प्रफुल्ल पटेल, बीएस येदियुरप्पा और सुवेंदु अधिकारी जैसे भ्रष्टाचार के आरोपों वाले नेता बीजेपी की टोपी पहनाकर नग जैसे कैसे सज रहे हैं?'
जेएमएम ने पूछा, 'पीएम ने आदिवासियों को गारंटी की बात की तो मणिपुर और कठुआ में बेटियों की आबरू बचाने की गारंटी क्यों नहीं निभाई? क्या वे इस देश का हिस्सा नहीं हैं'. जाहिर है बीजेपी बीते विधानसभा चुनाव में झारखंड में 28 ट्राइबल सीटों में से 26 हार गई थी. अब जेएमएम चाहती है कि उन सीटों पर उसकी पकड़ बरकरार रहे. ताकि उसका असर लोकसभा चुनावों में दिखे. उम्मीदवारों की घोषणा कर बीजेपी फिलहाल दिख रही है. पिछली बार उसने 11 सीटें और सहयोगी आजसू ने 1 सीट पर जीत हासिल की थी. हालांकि, झारखंड से अब लोकसभा में कांग्रेस का कोई सांसद नहीं है. एक मात्र सांसद गीता कोड़ा ने भाजपा का दामन थाम लिया है. गीता कोड़ा ने 2019 में चाईबासा सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन अब उन्हें बीजेपी ने यहां से मैदान में उतारा है.