
गुजरात के लिए पिछला सप्ताह बेहद अहम रहा और पूरी तरह से लोकसभा चुनाव की तैयारी में गुजरा. एक ओर जहां बीजेपी ने सिर्फ 72 घंटे में सभी 26 लोकसभा सीटों के लिए चयन प्रक्रिया का पहला चरण खत्म किया, तो वहीं कांग्रेस ने 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' की तैयारी शुरू कर दी. इसके अलावा आम आदमी पार्टी के दोनों उम्मीदवारों ने अपने-अपने इलाके में प्रचार अभियान शुरू कर दिया है.
शनिवार को बीजेपी ने गुजरात के 15 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया. इनमें 10 उम्मीदवारों को रिपीट किया गया है, जबकि पांच उम्मीदवारों को बदला गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय मंत्री परसोत्तम रूपाला और राज्य बीजेपी अध्यक्ष सी आर पाटिल बड़े चेहरे है, जो बीजेपी की पहली लिस्ट में घोषित हुए है. बीजेपी अध्यक्ष सी आर पाटिल पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान पूरे देश में सबसे ज्यादा लीड से जीते थे और अब लगातार चौथी बार सांसद बनने की तरफ आगे बढ़ रहे हैं.
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सबसे दिलचस्प बात यह है कि गुजरात में लोकसभा उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया का पहला चरण सिर्फ 72 घंटे में बीजेपी ने पूरा कर लिया था. पिछले रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा पूरा होते ही बीजेपी ने सभी 26 सीटों के लिए तीन-तीन निरीक्षकों को नियुक्त किया, जिन्होंने सभी लोकसभा इलाकों में जाकर स्थानीय कार्यकर्ताओं की बात और मूड को जाना.
वहां से संभावित दावेदारों के नाम की लिस्ट बनाई, जिस पर गांधीनगर में प्रदेश बीजेपी की इलेक्शन कमेटी ने बैठकर सुना और फिर सभी नाम को लेकर दिल्ली में बैठक हुई. इसके बाद 26 में से 15 नाम का ऐलान कर दिया गया. यह गुजरात में बीजेपी के संगठन की ताकत और मजबूती का सबसे बड़ा उदाहरण है.
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पूर्व केंद्रीय मंत्री बीजेपी मे जुड़े
बीते हफ्ते कांग्रेस का बड़ा आदिवासी चेहरा और यूपीए सरकार में रेल राज्य मंत्री रहे नारण राठवा अपने बेटे के साथ बीजेपी में शामिल हुए. पांच बार लोकसभा और एक बार राज्यसभा से सांसद राठवा बीजेपी में जुड़े और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों के साथ जुड़ने की बात की. आदिवासी इलाकों में कांग्रेस को फिर एक झटका लगा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के गुजरात पहुंचने से पहले ही राठवा को बीजेपी में शामिल किया गया. उस दिन गुजरात के अलग-अलग जिलों से एक हजार से ज्यादा छोटे-बड़े कांग्रेस नेता बीजेपी में शामिल हुए.
'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' की तैयारी
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' तीन दिन के लिए गुजरात में होगी. इसकी तैयारी के लिए कांग्रेस प्रभारी मुकुल वासनिक दो दिनों के लिए गुजरात दौरे पर थे. यह यात्रा दाहोद से गुजरात में 7 मार्च को पहुंचेगी और आठ जिलों से होते हुए महाराष्ट्र में दाखिल होगी. ज्यादातर आदिवासी इलाकों से यह यात्रा गुजरेगी, जिसके लिए कांग्रेस के सभी नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है.
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गुजरात में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने गठबंधन का ऐलान किया था, इसके बाद तय हुआ कि 26 में से 24 सीटों पर कांग्रेस लड़ेगी जबकि दो सीटों पर आम आदमी पार्टी अपने उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. कांग्रेस के उम्मीदवारों के चयन के लिए दिल्ली में एक बार स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग हो चुकी है. अब 15 मार्च तक दूसरी बैठक होगी, इसके बाद कांग्रेस के संभावित उम्मीदवारों पर आखिरी चर्चा पूरी हो जाएगी. कांग्रेस के लिए एक वक्त के गढं माने जाने वाले आदिवासी इलाकों में इस यात्रा को सफल बनाना सबसे बड़ी चुनौती होगी.
आम आदमी पार्टी की चुनावी तैयारी
दिल्ली में गठबंधन के ऐलान के बाद आम आदमी पार्टी के दोनों उम्मीदवार अपने अपने इलाके में प्रचार में जुट गए हैं. भरूच बैठक से चैतर वसावा यात्रा निकाल कर सभी गांव में घूम रहे हैं और जन समर्थन हासिल करने की कोशिश में लगे हुए हैं. वहीं भावनगर बैठक से उमेश मकवाना भी चुनावी तैयारी में लग चुके है. आम आदमी पार्टी ने दो सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान तो कर दिया है लेकिन इन सीटों पर पिछला चुनाव जितना वोट हासिल करना पार्टी के लिए चमत्कार से कम नहीं होगा.
वैसे तो सभी दल चुनावी तैयारी में लग चुके हैं लेकिन बीजेपी ने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करके इस रेस में खुद को आगे कर लिया है. गुजरात बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल ने सभी लोकसभा सीटों पर जीत के लिए 5 लाख की लीड का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए कार्यकर्ताओं को बार-बार सूचित किया गया है.
साल 2014 और 19 में बीजेपी ने सभी 26 सीटें जीतकर इतिहास बनाया था. अब हैट्रिक लगाने के लिए जिस तरह की लीड का लक्ष्य रखा गया है, वह खुद में एक इतिहास होगा, जो कभी किसी राज्य में नहीं हुआ. सियासी पंडित तो यहां तक कह रहे हैं कि जिस तरह से बीजेपी की तैयारी है, वैसे में पूरे देश के अंदर सबसे ज्यादा लीड वाली बैठक गुजरात से ही होगी. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि वह बैठक गांधीनगर होती है या फिर पिछली बार की तरह नवसारी ही पूरे देश में सबसे ज्यादा लीड से आगे होगी.