
ममता बनर्जी की तरफ से 'मृत्युकुंभ' बताया जाना, महाकुंभ को लालू यादव के 'फालतू' बताने जैसा ही है, लेकिन उससे थोड़ा आगे की बात है. ऐसे भी समझ सकते हैं कि ममता बनर्जी ने महाकुंभ पर भी बिल्कुल वैसा ही स्टैंड लिया है जैसा अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन समारोह को लेकर था.
जनवरी, 2024 में अयोध्या के राम मंदिर उद्घाटन समारोह के बहिष्कार की पहल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तरफ से ही हुई थी. जिसके बाद कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन INDIA के सहयोगी दलों बारी बारी अपना रुख साफ किया था.
यूं तो ममता बनर्जी ने ऐसा बोलकर बीजेपी को निशाना बनाया है, लेकिन लगे हाथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी लपेटे में ले लिया है. ममता बनर्जी का बयान राहुल गांधी के महाकुंभ में डुबकी लगाने के ठीक पहले आया है, और 'मृत्युकुंभ' बोलकर ममता बनर्जी ने राहुल गांधी को भी सकते में डाल दिया है.
हो सकता है आने वाले दिनों में राहुल गांधी को भी महाकुंभ स्नान के लिए विपक्षी खेमे की तरफ से ही कठघरे में खड़ा कर दिया जाये. राहुल गांधी के महाकुंभ दौरे को लेकर अपडेट यही है कि पूरे परिवार का यात्रा प्लान फाइनल हो चुका है.
महाकुंभ पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान के बाद राहुल गांधी के संगम जाकर डुबकी लगाने का कार्यक्रम तय होना भी दिलचस्प लगता है. महू की रैली में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था, गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी दूर होती है क्या? आपको पेट में खाना मिलता है क्या?
देखा जाये तो ममता बनर्जी पहले से ही सचेत हो गई हैं. तृणमूल कांग्रेस नेता को पता है कि अरविंद केजरीवाल के बाद अब उनकी ही बारी है. नीतीश तो पहले ही सरेंडर कर चुके हैं, और बिहार चुनाव के बाद नीतीश कुमार के साथ क्या सलूक किया जाएगा, ये तो उनको भी नहीं पता होगा. बिहार में इसी साल, और पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं.
महाकुंभ के माध्यम से बीजेपी पर ममता का निशाना
महाकुंभ में मची भगदड़ में हुई मौतों पर अखिलेश यादव ने संसद में सवाल उठाया था, और ममता बनर्जी ने वही सवाल अपने तरीके से पश्चिम बंगाल विधानसभा में उठाया है.
ममता बनर्जी का सवाल है, 'महाकुंभ अब मृत्युकुंभ में बदल चुका है… वीआईपी लोगों को खास सुविधाएं दी जा रही हैं… भगदड़ की घटना के बाद कितने आयोग महाकुंभ भेजे गये?’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बहाने बीजेपी को घेरते हुए ममता बनर्जी कहती हैं, बिना पोस्टमॉर्टम के ही शवों को पश्चिम बंगाल भेज दिया गया… वो कहेंगे कि लोगों की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई… और फिर मुआवजा नहीं दिया जाएगा… हमने यहां पोस्टमॉर्टम किया, क्योंकि आपने बिना डेथ सर्टिफिकेट के शव भेज दिये… लोगों को मुआवजा कैसे मिलेगा?
विधानसभा में ममता बनर्जी ने कहा, मैं महाकुंभ का सम्मान करती हूं… मैं पवित्र गंगा मां का सम्मान करती हूं, लेकिन वहां गरीबों के लिए कोई ढंग की व्यवस्था नहीं है… अमीरों के लिए एक लाख रुपये तक के टेंट का इंतजाम है… मेले में भगदड़ की स्थिति बनती है, लेकिन एहतियाती इंतजाम जरूरी होते हैं.
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ममता बनर्जी का सपोर्ट किया है. अखिलेश यादव ने कहा है… ममता बनर्जी ने जो कहा वो सही है, क्योंकि भगदड़ में उनके राज्य के लोगों की जान गई है… मामले में एफआईआर भी दर्ज नहीं हो रही है.
महाकुंभ पर विपक्षी नेताओं के बयान पर एक साथ रिएक्ट करते हुए योगी आदित्यनाथ ने सनातन का अपमान बताया है. यूपी विधानसभा में योगी आदित्यनाथ कह रहे थे, जब हम यहां चर्चा में भाग ले रहे हैं… 56.25 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में डुबकी लगा चुके हैं… जब हम सनातन धर्म, मां गंगा, भारत या महाकुंभ के खिलाफ कोई बेबुनियाद आरोप लगाते हैं, या फर्जी वीडियो बनाते हैं, तो ये इन 56 करोड़ लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने जैसा है.
बंगाल में बीजेपी नेताओं के खिलाफ ममता का एक्शन
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के साथ साथ तीन बीजेपी विधायकों स्पीकर ने 30 दिनों के लिए या विधानसभा के बचे हुए सत्र के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया है.
स्पीकर की कार्रवाई के बाद बीजेपी विधायक कह रहे हैं, हमें गर्व है कि हिंदुओं के लिए बोलने के कारण हमें सस्पेंड कर दिया गया है. ये मुसलमानों की सरकार है… अंसारुल बांग्ला की सरकार है… कश्मीरी आतंकवादियों की सरकार है… मुस्लिम तुष्टिकरण और हिंदू विरोधी सरकार है.
पश्चिम बंगाल विधानसभा के स्पीकर बिमान बंदोपाध्याय ने इस बीच ये भी कंफर्म किया है कि शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव भी लाया गया है.
बताते हैं कि शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगा है, और उसी के चलते विशेषाधिकार प्रस्ताव लाया गया है. स्पीकर का कहना है, 'ये सदन की अवमानना का मामला है,' और, प्रस्ताव स्वीकार कर आगे की कार्यवाही के लिए विशेषाधिकार समिति को भेज दिया गया.
ममता बनर्जी का कहना है, मैं प्रधानमंत्री मोदी से शिकायत करूंगी कि बीजेपी विधायक मुझ पर बांग्लादेशी कट्टरपंथियों से मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं… अगर बीजेपी ये साबित कर दे कि मेरा बांग्लादेशी कट्टरपंथियों से संबंध है तो मैं इस्तीफा दे दूंगी - ये भी असल में ममता बनर्जी की रणनीति का ही हिस्सा है.