
क्रिकेट टीम के कैप्टन रोहित शर्मा हों या कोई भी खिलाड़ी हो, उसकी फिटनेस को लेकर चर्चा होती रहती है, ये कोई नई बात नहीं है. पर जब ऐसी चर्चा पर राजनीति शुरू हो जाती है तो जाहिर है कि मुद्दा बड़ा बन जाता है. इसमें कोई दो राय नहीं हो सकती कि रोहित शर्मा का डील डौल मैच के दौरान उनकी फील्डिंग में बाधा बन जाता है. 2023 के बाद उन्हें सबसे ज्यादा कैच छोड़ने वाले क्रिकेटर के रूप में उनका नाम दर्ज हो चुका है. विराट कोहली के साथ जब वे बैटिंग कर रहे होते हैं तो कई बार दो रन लेने से मना कर देते हैं. पर कोई भी आलोचना जब निंदा में बदल जाती है तो जाहिर है विवाद होता है. रोहित शर्मा की फिटनेस को फैट-शेमिंग की तरह बताने वाली कांग्रेस नेता शमा मोहम्मद ने यही काम किया इसलिए ही इस मुद्दे पर राजनीति शुरू हो गई है. शमा ने रोहित शर्मा की फिटनेस के बारे में जो बातें कीं वो इस लेवल की थीं मानो वो क्रिकेटर्स या रोहित शर्मा से व्यक्तिगत दुश्मनी के चलते बोल रही हों. चूंकि कांग्रेस नेता हैं इसलिए जाहिर है कि राजनीति तो होनी ही थी. बीजेपी इंडियन क्रिकेट टीम के कैप्टन का अपमान करने के चलते उनसे माफी मांगने की मांग कर रही है. पर उन्होंने लोकतंत्र में सबको अपने विचार व्यक्त करने के अधिकार का हवाला देते हुए माफी मांगने से इनकार कर दिया. हालांकि कांग्रेस ने जरूर उनसे ट्वीट डिलिट करवा दिया. पर शमां मीडिया से रूबरू हो रही हैं तो वहीं बातें दुहरा रही हैं जो उन्होंने ट्वीट में कही थीं.
शमा ने जो कहा वो सही हो सकता है पर उनके कहने का मौका सही नहीं था
एक्स पर एक खेल पत्रकार ट्वीट करते हैं कि ये शमा मोहम्मद कितनी बड़ी खेल हस्ती है, खेल प्रशासक है, खेल पत्रकार हैं जो भारत के ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी की फिटनेस पर टिप्पणी करे जो 2007 से खेल रहा हो, 11 हजार वनडे रन, 4 हजार टेस्ट रन,4 हजार टी 20 रन ऐसे ही नहीं बन गए बगैर फिटनेस के.ऊपर से कप्तान के तौर पर एक विश्वकप अभी जीता है. उनका कहना है कि ये पोस्ट भारत के एक सफल लिमिटेड ओवर कप्तान को नीचा दिखाने के लिये की गई. सनद रहे कि रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने बस अभी अभी पाकिस्तान को हराया.
शमा की बात सही हो सकती है पर उन्होंने तब ये बात कही है जब रोहित शर्मा के सितारे गर्दिश में नहीं हैं. हां, ये बात वे तब कहती जब अभी महीने पहले जब भारत न्यूजीलैंड के हाथों बुरी तरह हारा ओर फिर ऑस्ट्रिलया की जमीं पर टेस्ट सीरीज की पराजय हुई. पर पिछले दिनों हुए इंग्लैंड दौरे और फिर चैंपियंस ट्रॉफी में रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने जो कमाल किया, उससे पूरी दुनिया प्रभावित है.
शमा क्या जानबूझकर इस विवाद को बढ़ा रही हैं ?
शमा लिखती हैं कि एक खिलाड़ी के हिसाब से वह बहुत मोटे हैं. इतना ही नहीं रोहित शर्मा को भारत का सबसे अप्रभावी कप्तान भी करार देती हैं. हालांकि अपनी पार्टी कांग्रेस के दबाव के चलते उन्होंने अपना ट्वीट डिलिट कर दिया है. पर वो लगातार कमेंट का जवाब दे रही हैं, जिनमें उनका जहर बाहर निकल रहा है. शमा मोहम्मद के इस ट्वीट के बाद पाकिस्तानी खेल पत्रकार ने उन्हें जवाब देते हुए कहा कि रोहित शर्मा विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं. इस पर शमा मोहम्मद ने पलटवार करते हुए लिखा, उनमें ऐसा क्या विश्व स्तरीय है? जब आप सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, कपिल देव, रवि शास्त्री और बाकी खिलाड़ियों से तुलना करते हैं. उनके जवाब पढ़कर ऐसा लगता है कि वो जानबूझकर विवाद बढ़ा रही हैं. वो समझ गईं हैं कि इस एक ट्वीट ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो प्रसिद्धि दिलाई है वो उन्हें कभी नहीं मिलती. शायद वो भारतीय खेल प्रशंसकों की गाली को भी एन्जॉय कर रही हैं. सोशल मीडिया के युग में इस तरह के विवाद में पड़ने को ही बड़ी सफलता माना जा रहा है. गुगल पर उनके नाम को लेकर सर्च बढ़ गया है.
क्या शमा को होनहार भारतीय क्रिकेटरों से दिक्कत है
आम तौर पर भारत में रोहित शर्मा और विराट कोहली के क्रिकेट फैन्स आपस में बंटे हुए हैं. पर यहां पर मामला दूसरा है. शमा मोहम्मद को रोहित शर्मा ही नहीं विराट कोहली भी पसंद नहीं हैं. 2018 में एक्स पर किए गए एक ट्वीट में, शमा मोहम्मद ने भारतीय क्रिकेट टीम के उस समय के कप्तान विराट कोहली की आलोचना की थी.नवंबर 2018 में विराट कोहली ने एक फैन का मैसेज पढ़कर उसे जो जवाब दिया था उस पर विवाद हो गया था. एक फैन ने लिखा था, मुझे भारतीय बल्लेबाजों की तुलना में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को देखना ज्यादा पसंद है. फैन ने कोहली को ओवररेटेड बल्लेबाज बता रहा था. इस पर कोहली ने जवाब दिया था, मुझे नहीं लगता कि तुम्हें भारत में रहना चाहिए, जाओ और कहीं और रहो. जब तुम हमारे देश में रह रहे हो तो किसी और देश को पसंद क्यों कर रहे हो? मुझे कोई दिक्कत नहीं अगर तुम मुझे पसंद नहीं करते, लेकिन मुझे नहीं लगता कि तुम्हें हमारे देश में रहकर दूसरी चीजें पसंद करनी चाहिए. अपनी प्राथमिकताएं सही करो.
इसके बाद कांग्रेस नेता शमा ने कोहली को भी निशाना बनाया था.उन्होंने लिखा था कि विराट कोहली एक ब्रिटिश द्वारा खोजे गए खेल को खेलते हैं, विदेशी ब्रांड्स का विज्ञापन कर करोड़ों कमाते हैं, इटली में शादी करते हैं, हर्शल गिब्स को अपना पसंदीदा क्रिकेटर और एंजेलिक केर्बर को सर्वश्रेष्ठ टेनिस खिलाड़ी बताते हैं, लेकिन जो लोग विदेशी बल्लेबाजों को पसंद करते हैं, उन्हें भारत छोड़ने की सलाह देते हैं. जाहिर कि शमा की इस पोस्ट एक बार फिर चर्चा हो रही है.रोहित के फैंस तो पीछे पड़े ही थे अब कोलही के भी फैंस शमा मुहम्मद को कोस रहे हैं. मतलब साफ है कि शमा को भारतीय सफल क्रिकेटरों से ही दिक्कत है.
शमा के बयान पर राजनीति क्यों हो रही?
शमा ने जो लिखा उस पर बवाल शायद नहीं होता पर कई चीजें एक साथ हो गईं. पहला उनका कांग्रेस नेता होना, दूसरा उनका मुसलमान होना और सबसे बढ़कर ऐसे समय उनका ये बयान आना जब रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने पाकिस्तान को धूल चटाया और चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट का सेमीफाइनल खेलने जा रही है. भले ही रोहित शर्मा का व्यक्तिगत प्रदर्शन ठीक न हो पर वो पूरे भारत को आज रिप्रजेंट कर रहे हैं. जाहिर है कि उपरोक्त तीन कारणों के चलते बीजेपी को इसमें ऐसा मसाला दिखा जिसमें अपील नजर आ रही थी.
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा, शर्म करो कांग्रेस! अब वे भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान पर निशाना साध रहे हैं! क्या वे अब राहुल गांधी से क्रिकेट खेलने की उम्मीद कर रहे हैं, जो भारतीय राजनीति में विफल रहे हैं? भंडारी कहते हैं कि यह हर उस देशभक्त का अपमान है जो भारतीय क्रिकेट टीम का हर हाल में समर्थन करता है. मैं कांग्रेस की इस आलोचना पर सवाल उठाता हूं.
केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने भी शमा मोहम्मद के बयान को बेहद शर्मनाक और घटिया बताया. मांडविया ने लिखा कि इन पार्टियों (कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस) के नेताओं की टिप्पणियां, जिनमें बॉडी शेमिंग और खिलाड़ियों की काबिलियत पर सवाल उठाना शामिल है, बेहद शर्मनाक और घटिया हैं. ऐसे बयान हमारे खिलाड़ियों की मेहनत और बलिदान का अपमान करते हैं, जो देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं.
शमा मोहम्मद अपनी सफाई में कहती हैं कि उनके बयान में बॉडी शेमिंग नहीं था, बल्कि किसी खिलाड़ी की फिटनेस पर की गई सामान्य टिप्पणी थी. वो यह भी कहती हैं कि यह मेरी निजी राय थी, इसमें मेरी पार्टी को मत घसीटिए. हम किसी की फिटनेस पर बात कर सकते हैं, इसमें क्या गलत है? कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल के लिए बड़े नेताओं से भारतीय क्रिकेट टीम के समर्थन में जयराम रमेश और पवन खेड़ा आदि से ट्वीट करवाया है. पर यह समझ से बाहर है कि कांग्रेस शमा मोहम्मद को क्यों नहीं रोक पा रही है.