पंजाब में 2019 चुनावों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. एक तरफ कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ सीनियर बादल को उतारकर शिरोमणि अकाली (शिअद) दल एक तीर से दो शिकार कर रहा है, तो दूसरी ओर पार्टी से अलग-थलग पड़ रहे सुखपाल सिंह खैरा सिख जत्थेबंदियों के साथ मिलकर अपना शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. शिअद, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अपने-अपने स्तर पर धार्मिक ग्रंथों का बेअदबी मामला भुनाने में लग गई हैं.
Punjab went into an election mode with all major political parties holding their massive show of strength.