विभाजन के बाद पहली बार 500 से अधिक सिख तीर्थयात्री पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब में मत्था टेककर गुरुवार को स्वदेश लौटे. कार्यक्रम के आयोजकों ने बताया कि सिख तीर्थयात्रियों का एक जत्था सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के मौके पर ऐतिहासिक ननकाना साहिब में श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद गुरुवार की दोपहर सड़क मार्ग से भारत पहुंचा. नगर कीर्तन की तैयारियों के लिए एसजीपीसी का प्रतिनिधिमंडल 28 जुलाई को पाकिस्तान पहुंच गया था। अटारी बॉर्डर पर सांसद गुरजीत औजला, मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, मंत्री ओपी सोनी, विधायक सुनील दत्ती, विधायक तरसेम सिंह आदि ने नगर कीर्तन का स्वागत किया.
Some 500 Indian Sikhs arrived in Pakistan on Tuesday to take part in celebrations in connection with the 550th birth anniversary of Sikh faith founder Guru Nanak Dev. Since the arrival of the Indian Sikhs was kept in a low profile neither the Evacuee Trust Property Board, which looks after holy places of minorities in the country, nor the Pakistan Gurdwara Parbhandhik Committee were taken on board by the Imran Khan government regarding their arrival.