नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 को कैबिनेट की मंजूरी के बाद भले ही विपक्षी दलों की आलोचना झेलनी पड़ रही है, पर राष्ट्रीय राजधानी में बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो इस विधेयक की तरफ बड़ी उम्मीद से देख रहे हैं. कैबिनेट की मंजूरी के बाद अब अगले हफ्ते यह विधेयक संसद में पेश किया जा सकता है. कैबिनेट ने इसे 4 नवंबर को मंजूरी दे दी, हालांकि, विपक्षी पार्टियों ने इस बिल का तीखा विरोध किया है. विपक्षी दलों का आरोप है कि यह विधेयक संविधान के सिद्धांतों के खिलाफ है. इसके उलट, बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो इस विधेयक का स्वागत कर रहे हैं और इसके आने को लेकर उन्हें काफी उम्मीद बंधी है. इनमें वे हिंदू परिवार भी हैं जो 80 और 90 के दशक में अफगानिस्तान से भारत इस उम्मीद में आए थे कि यहां उन्हें जीवन की बेहतर संभावना और धार्मिक सुरक्षा मिलेगी. उनका कहना है कि यह बिल जल्द से जल्द पारित किया जाना चाहिए.