जो बात हमारे मन में है, जो बात हम सबसे ज्यादा कहना चाहते हैं. अक्सर होता ये है कि हम वो ही बात हम दूसरों तक पहुंचा नहीं पाते. लोग हमारी बात को समझ नहीं पाते हैं.