बेल के पेड़ की पत्तियों को बेलपत्र कहते हैं. तीन पत्तियां एक ही प्रकार से जुड़ी होती हैं. इनको एक पत्ता माना जाता है. बिना बेललपत्र के भगवान शिवजी की पूजा पूरी नहीं हो सकती है. बेलपत्र का औषधीय इस्तेमाल भी होता है.