आपके आज के हालात कैसे भी क्यों ना हो. मगर ये ना समझिये कि वो फाइनल हैं. क्योंकि बहुत अच्छा और फाइनल आना अभी बाकी है. इस फिलॉसफी के पीछे संदेश यही है कि, कैसी भी परिस्थिति क्यों ना हो हमारे सामने हमे निराश और हताश नहीं होना है.