झुका हुआ हर शख्स बेचारा नहीं होता. तहजीब, अदब, सलीका ये भी कुछ रीत है जमाने की और जो इंसान इन गुणों के साथ जीने की कोशिश करता है वो वाक्ई जिंदगी में बहुत कमाई करता है बहुत तरक्की करता है, बहुत इज्जत पाता है जीवन में.