जिस नूंह में 31 जुलाई को हिंसा का तांडव हुआ, उसी नूंह में द्वापरयुग का एक प्राचीन मंदिर है. पांडव जब अज्ञातवास में थे, तब वो कुछ दिन के लिए अरावली पर्वत में भी रहे थे. यहां एक बेहद प्राचीन मंदिर है नलहरेश्वर महादेव शिव मंदिर. जानें इसकी पैराणिक मान्यता.