मोदी राज में भारत के लोकतंत्र को लेकर बहस तेज हो गई है. इंडिया टुडे के मंच से जब से विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाने वालों को ये कहकर जवाब दिया है, कि हमें आपके सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं, तब से ये सवाल उठ रहा है कि मेरे लोकतंत्र में विदेशी का क्या काम है? गौरतलब है कि पिछले हफ्ते स्वीडिश संस्था वी डेम की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कह दिया था कि भारत में लोकतंत्र नहीं रहा. वी डेम ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि भारत चुनावी तानाशाही में बदल गया है. वी डेम से पहले अमेरिकी एनजीओ फ्रीडम हाउस ने भी भारत में लोकतंत्र की रेटिंग घटायी थी. इसी मुद्दे पर दर्शकों ने अपनी राय रखी और रोहित सरदाना से सवाल पूछे.