करीब ढाई महीने पहले अफगानिस्तान की धरती पर एक बार फिर से बड़ी उथल-पुथल हुई थी. अमेरिकी फौजों की वापसी और हफ्तेभर में पूरे मुल्क पर तालिबानी आतंकियों के कब्जे को पूरी दुनिया ने दंग होकर देखा था. अब भले ही दुनिया अपने में रम गई हो, लेकिन अफगानिस्तान के हालात अभी भी जस के तस हैं. न तो यहां राजनीति हल निकला, न ही तालिबान कट्टरवाद में कोई कमी आई और आर्थिक स्थिति बद से बदतर हो गई. दुनिया को कोई फर्क पड़े न पड़े लेकिन अफगानिस्तान के हालात से भारत समेत पड़ोसी देशों का काफी फर्क पड़ता है, लिहाजा इन सारे देशों के नुमाइंदे आज दिल्ली में जुटे हैं, अफगान समस्या के हल और शांति की कोशिशों पर मंथन करने के लिए भारत के एनएसए अजीत डोवाल की अध्यक्षता में 7 देशों के सुरक्षा प्रमुख दिल्ली में जुटे हैं. इसी मुद्दे पर आजतक के दर्शकों ने गौरव सावंत के साथ रखी अपनी बात और पूछे सवाल.