मोदी को हराने का सपना देखने वालों पर मोदी की जीत की ऐसी मार पड़ी कि गठबंधन में हाहाकार मच गया और महज 144 दिनों में धूम धड़ाके से बना गठजोड़ एकस्पायरी डेट तक पहुंच गया. भतीजे और उनकी पार्टी को बुआ ने खूब लताड़ा और दुत्कारा और फिर अकेले ही उपचुनाव लडने का ऐलान किया. तो अखिलेश ने भी कहा कि वो भी अकेले ही लडेंगे. मायावती दलील दे रही हैं कि- फायदा तो हुआ नहीं और शायद इसलिए अखिलेश को कह रही हैं कि हम तुम्हारी बुआ नहीं. हल्ला बोल में देखें महागठबंधन में पड़ रही दरारों पर बड़ी बहस.