17 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है. पितृ अपने वंशजों से ऐसी अपेक्षा रखते हैं कि वो श्राद्ध के दौरान कुछ ऐसे कर्म करें, जिससे उनकी मुक्ति का मार्ग प्रशस्त हो सके.