चाल चक्र में आज आपको बताएंगे क्या है रथ सप्तमी या अरोग्य सप्तमी और इसके महत्व के बारे में. सूर्य के उत्तरायण होने पर प्रकृति के असीम ऊर्जा को प्राप्त करने के लिए तमाम विधान बनाये गए हैं.उन्हीं में से एक है "रथ या आरोग्य सप्तमी" जो माघ शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है.इस दिन को कश्यप ऋषि और अदिति के संयोग से भगवान सूर्य का जन्म हुआ था इसलिए इस दिन को सूर्य की जन्मतिथि भी कहा जाता है. इस दिन पूजा और उपवास से आरोग्य तथा संतान की प्राप्ति होती है इसलिए इसको आरोग्य सप्तमी और पुत्र सप्तमी कहा जाता है. इसी दिन से सूर्य के सातों घोड़े उनके रथ को वहन करना प्रारंभ करते हैं ,इसलिए इसको रथ सप्तमी भी कहते हैं.