चाल चक्र में आज आपको बताएंगे शरद पूर्णिमा की तिथि और महत्व के बारे में. इसी तिथि से शरद ऋतु का आरम्भ होता है. चंद्रमा इस दिन संपूर्ण , सोलह कलाओं से युक्त होता है. इस दिन चंद्रमा से अमृत की वर्षा होती है , जो धन, प्रेम और स्वास्थ्य तीनों देती है. प्रेम और कलाओं से परिपूर्ण होने के कारण श्री कृष्ण ने इसी दिन महारास रचाया था. इस दिन विशेष प्रयोग करके बेहतरीन स्वास्थ्य , अपार प्रेम और खूब सारा धन पाया जा सकता है. पर प्रयोगों के लिए कुछ सावधानियों और नियमों के पालन की आवश्यकता है.
Sharad Purnima is called Mata Lakshmis materialization Day. Mata is the Goddess of wealth.