चाल चक्र में आज आपको बताएंगे ज्योतिष में रक्तचाप से किन ग्रहों का संबंध होता है. शरीर में बहते हुए खून से नलियों में जो दबाव पड़ता है उसे रक्तचाप कहा जाता है. जब रक्त का बहाव तेज हो तो इसे उच्च रक्तचाप कहते हैं. निम्न रक्तचाप में रक्त का बहाव काफी कम हो जाता है. रक्तचाप से तमाम तरह की समस्याएं हो जाती हैं. रक्त का स्वामी मंगल है और दबाव का चन्द्रमा. इसलिए रक्तचाप में चन्द्रमा और मंगल दोनों बड़ी भूमिका निभाते हैं. बृहस्पति के कारण नलिकाओं में वसा जमा हो जाता है और इससे भी रक्तचाप प्रभावित होता है. सूर्य के कारण ह्रदय की पम्पिंग और उससे रक्तचाप प्रभावित होता है. खान पान और ग्रहों को नियंत्रित करके काफी हद तक रक्तचाप से बचा जा सकता है.