चाल चक्र में आज आपको बताएंगे ज्योतिष में नकारात्मक योग भी होते हैं और शुभ योग भी. सबसे बड़े नकारात्मक योगों में से एक योग "गुरु-चांडाल" योग है. अगर कुंडली में राहु बृहस्पति एक साथ हों तो यह योग बन जाता है. दृष्टि से यह योग बिल्कुल नहीं बनता. कुंडली में कहीं भी यह योग बनता हो हमेश नुकसान ही करता है. अगर यह लग्न,पंचम या नवम भाव में हो तो विशेष नकारात्मक होता है. गुरु चांडाल योग का अगर समय पर उपाय न किया जाय तो कुंडली के तमाम शुभ योग भंग हो जाते हैं .