चाल चक्र में जानें दान का क्या है महत्व. सनातन परंपरा में जीवन के चार अंग बताये गए हैं. धर्म , अर्थ , काम , मोक्ष. इनमे धर्म का पालन सर्वश्रेष्ठ है, क्योंकि अगर धर्म ही नहीं रहा तो अर्थ,काम और मोक्ष की प्राप्ति हो ही नहीं सकती. धर्म में भी जीवन के कई भाग बताये गए हैं, जिनमे दान एक प्रमुख भाग है. दान एक ऐसा कार्य है, जिसके माध्यम से हम धर्म का ठीक ठीक पालन कर पाते हैं. साथ ही अपने जीवन की तमाम समस्याओं से भी निकल सकते हैं. आयु रक्षा और स्वास्थ्य के लिए तो दान को अचूक माना ही जाता है. परन्तु जीवन की अन्य समस्याओं से निजात पाने के लिए भी दान का अति विशेष महत्व है. ग्रहों की पीड़ा से मुक्ति पाने के लिए भी दान करना लाभदायक होता है.